रायबरेली अलीगढ़ गिरनार पर्वत पर जैन धर्म के लोगों को दर्शन और पूजा के अधिकार की मांग को लेकर जैन समाज ने निकाली वाहन रैली
रायबरेली अलीगढ़ गिरनार पर्वत पर जैन धर्म के लोगों को दर्शन और पूजा के अधिकार की मांग को लेकर जैन समाज ने निकाली वाहन रैली
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल रायबरेली
पत्रकार संजय मिश्रा शिवगढ़ रायबरेली
सांसद सतीश गौतम को ज्ञापन भी सौंपा
अलीगढ़ गुजरात के जूनागढ़ में स्थित गिरनार पर्वत की पांच वीं चोटी जैन धर्म के बाइस वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की मोक्ष स्थली है जबकि उस पवित्र पर्वत पर जैन धर्म के अनुयायियों को दर्शन और पूजा के अधिकार हेतु एक ज्ञापन अलीगढ़ सांसद निवास तक सकल जैन समाज समन्वय समिति के तत्वाधान में जैन समाज द्वारा वाहन रैली निकाल कर सौपा गया।यहां रविवार को सवेरे ग्यारह बजे खिरनी गेट स्थित श्री लख्मी चंद पांड्या खण्डेलवाल दिगम्बर जैन मंदिर ट्रस्ट पर जैन समाज भारी संख्या मे एकत्रित हुआ जहाँ पर विराजमान आचार्य निर्भय सागर मुनिराज ने रैली को अपना आशीर्वाद देकर प्रारम्भ किया एवं पूर्व एमएलसी जगवीर किशोर जैन ने वाहन रैली को संबोधित करते हए सफल बनाने के लिये शुभकामनाएं प्रेषित की इसके बाद वाहन रैली पुराना हाथरस अड्डा अचल ताल जी.टी.रोड मीनाक्षी पुल रामघाट रोड होते हुए सांसद निवास विद्यानगर कॉलोनी पहुँची जहाँ पर सांसद सतीश गौतम को प्रतिष्ठाचार्य राकेश भैया संयोजक राजीव जैन सह समन्वयक सुरेश कुमार जैन मीडिया प्रभारी मयंक जैन ने जैन समाज की उपस्थिति में ज्ञापन सौपा।वहीं सांसद सतीश गौतम ने जैन समाज को आश्वश्त किया कि जैन समाज की आस्था के साथ वह स्वयं और सरकार कोई भी अन्याय होने देंगे और प्रधानमंत्री से स्वयं मिलकर जैन समाज की भावनाओं को अवगत करायेगे एवं जैन समाज की न्याय की लड़ाई को संसद तक पहुंचाएंगे साथ ही अपने मुखारविन्दु से जीरो हॉर्स में प्रश्न को उठाकर चर्चा करेंगेआपको बता दें कि जैन तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ जन आंदोलन के तहत भगवान नेमिनाथ जैन धर्म के बाइस वें तीर्थंकर है,जिन्होंने गुजरात के जूनागढ़ में सबसे पवित्र गिरनार पहाड़ी की पांच वीं चोटी से मोक्ष प्राप्त किया था।इतना ही नहीं प्रद्युम्न कुमार पुत्र भगवान श्रीकृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की चौथी चोटी से मोक्ष प्राप्त किया था।शंभु कुमार पुत्र भगवान श्रीकृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की तीसरी चोटी से और अनिरुद्ध कुमार पौत्र भगवान श्री कृष्ण ने गिरनार पहाड़ी की दूसरी चोटी गिरनार पहाड़ियों से मोक्ष प्राप्त किया इसके अलावा जैन तीर्थ क्षेत्र गिरनार की टोंको पर पंडों द्वारा जैनियों को हमेशा दर्शन और पूजा अर्चना से वंचित रखा जाता है व पांच वीं टोंक के अंदर प्रवेश करने वाले जैन तीर्थयात्रियों को रोकना वहां के पंडों का रोजमर्रा का काम है।इसके अलावा मारपीट गाली गलौज एवं अभद्र व्यहार किया जाता है और ये बात जगजाहिर है वहीं जनवरी 2013 में महंत मुक्तानंदगिरि ने जैन मुनि श्री 108 मुनिराज प्रबल सागर पर बेरहमी से चाकू से हमला कर उन्हें घायल कर दिया था और जूनागढ़ में महंत मुक्तानंदगिरि के खिलाफ यह आपराधिक मामला उनकी मृत्यु के कारण समाप्त कर दिया गया है साथ ही असामाजिक तत्वों ने 2004 में पांचवी टोंक में तीर्थस्थल के अंदर नया निर्माण करके श्री दत्तात्रेय की मूर्ति को स्थापित करके न केवल उक्त स्मारक की वास्तु कला को बदल दिया बल्कि तीर्थस्थल के चरित्र को भी बदल दिया और इसमें दावा किया गया है कि पांचवी टोंक के चरण चिन्ह गुरु दत्तात्रेय के हैं हालांकि पांचवी टोंक के साथ गुरु दत्तात्रेय के बीच कोई संबंध नहीं है और दत्तात्रेय के इस स्थल पर आने के बारे में कोई प्रामाणिक इतिहास या पुरातात्विक साक्ष्य नहीं है।इस वाहन रैली में नरेन्द्र कुणाल जैन सुनील जैन एवं भारी संख्या मे जैन समाज के महिला पुरुष और बच्चे उपस्थित रहे
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