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UP बोर्ड दसवीं वा बारहवीं की परीछा में दो बड़े बदलाव जानिए क्या है मामला ......

 UP बोर्ड दसवीं वा बारहवीं की परीछा में दो बड़े बदलाव जानिए क्या है मामला ......



शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में 2025 के बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। ये नए नियम 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को प्रभावित करेंगे। इन बदलावों का उद्देश्य शिक्षा प्रणाली को और अधिक छात्र-केंद्रित बनाना है, जिससे छात्रों पर परीक्षा का दबाव कम हो और उनके समग्र विकास पर ध्यान दिया जा सके।


इन नए नियमों में से एक प्रमुख बदलाव यह है कि अब छात्रों को अपने पसंदीदा विषयों में से चुनने का अधिक विकल्प मिलेगा। इससे छात्र अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार विषयों का चयन कर सकेंगे। दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि परीक्षा प्रणाली में रचनात्मक मूल्यांकन को अधिक महत्व दिया जाएगा। इसका मतलब है कि सिर्फ लिखित परीक्षा पर निर्भर रहने के बजाय, छात्रों के प्रदर्शन का आकलन साल भर की गतिविधियों और प्रोजेक्ट्स के आधार पर भी किया जाएगा।


बोर्ड परीक्षा 2025 के नए नियमों की झलक

नियम विवरण

विषय चयन की स्वतंत्रता छात्र अपनी रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव कर सकेंगे

रचनात्मक मूल्यांकन साल भर की गतिविधियों और प्रोजेक्ट्स पर आधारित मूल्यांकन

ऑनलाइन परीक्षा विकल्प कुछ विषयों में ऑनलाइन परीक्षा देने का विकल्प

प्रैक्टिकल परीक्षाओं का महत्व प्रैक्टिकल और वाइवा परीक्षाओं का वेटेज बढ़ाया गया

सेमेस्टर सिस्टम वार्षिक परीक्षा के बजाय सेमेस्टर सिस्टम लागू

सॉफ्ट स्किल्स का मूल्यांकन संचार कौशल और टीम वर्क जैसे सॉफ्ट स्किल्स का भी मूल्यांकन

अंतर-विषयक दृष्टिकोण विषयों के बीच संबंध स्थापित करने पर जोर

डिजिटल साक्षरता तकनीकी ज्ञान और डिजिटल कौशल का मूल्यांक

2025 के बोर्ड परीक्षा में छात्रों को अपने पसंदीदा विषयों का चयन करने की अधिक स्वतंत्रता मिलेगी। इस नए नियम के तहत:


छात्र अपनी रुचि और भविष्य के लक्ष्यों के अनुसार विषयों का चुनाव कर सकेंगे।

विज्ञान, कला और वाणिज्य के बीच की सीमाएं कम होंगी, जिससे छात्र विभिन्न क्षेत्रों के विषयों को एक साथ चुन सकेंगे।

कुछ नए और आधुनिक विषय जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस, और पर्यावरण अध्ययन भी शामिल किए जाएंगे।

इस बदलाव से छात्रों को अपनी प्रतिभा और रुचि के अनुसार विकास करने का मौका मिलेगा। साथ ही, यह उन्हें भविष्य के करियर विकल्पों के लिए बेहतर तैयारी करने में मदद करेगा।


रचनात्मक मूल्यांकन का महत्व

नए नियमों में रचनात्मक मूल्यांकन को विशेष महत्व दिया गया है। इसका उद्देश्य छात्रों के समग्र विकास को प्रोत्साहित करना है। इस नियम के अंतर्गत:


साल भर की गतिविधियों और प्रोजेक्ट्स को अंतिम मूल्यांकन में शामिल किया जाएगा।

छात्रों की क्रिएटिविटी, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स, और क्रिटिकल थिंकिंग का आकलन किया जाएगा।

ग्रुप प्रोजेक्ट्स और प्रेजेंटेशन्स को भी मूल्यांकन का हिस्सा बनाया जाएगा।

यह बदलाव छात्रों को सिर्फ रटने के बजाय समझने और अपने ज्ञान को व्यावहारिक रूप से लागू करने पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।


ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प

तकनीकी प्रगति को ध्यान में रखते हुए, कुछ विषयों में ऑनलाइन परीक्षा देने का विकल्प भी दिया जाएगा। इस नियम के तहत:


छात्र कुछ चुनिंदा विषयों में घर बैठे ऑनलाइन परीक्षा दे सकेंगे।

ऑनलाइन परीक्षाओं में इंटरैक्टिव प्रश्न और मल्टीमीडिया कंटेंट का उपयोग किया जाएगा।

इससे दूरदराज के क्षेत्रों के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और मूल्यांकन का अवसर मिलेगा।

यह कदम डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देगा और छात्रों को आधुनिक तकनीक से परिचित कराएगा।

प्रैक्टिकल परीक्षाओं का बढ़ता महत्व

नए नियमों में प्रैक्टिकल परीक्षाओं और वाइवा को अधिक महत्व दिया गया है। इसके अंतर्गत:


विज्ञान और तकनीकी विषयों में प्रैक्टिकल परीक्षाओं का वेटेज बढ़ाया जाएगा।

प्रैक्टिकल परीक्षाओं में इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स और रियल-लाइफ एप्लीकेशन्स पर जोर दिया जाएगा।

वाइवा परीक्षाओं में छात्रों के कम्युनिकेशन स्किल्स और सब्जेक्ट नॉलेज का गहन मूल्यांकन किया जाएगा।

इस बदलाव से छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान को व्यावहारिक रूप से लागू करने का मौका मिलेगा, जो उन्हें भविष्य के लिए बेहतर तैयार करेगा।


सेमेस्टर सिस्टम का प्रारंभ

2025 के बोर्ड परीक्षा में सेमेस्टर सिस्टम को लागू किया जाएगा। इस नए नियम के तहत:


पूरे साल की एक बड़ी परीक्षा के बजाय, दो सेमेस्टर में परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।

हर सेमेस्टर के अंत में परीक्षा होगी, जिसमें उस सेमेस्टर में पढ़ाए गए विषयों को शामिल किया जाएगा।

इससे छात्रों पर परीक्षा का दबाव कम होगा और उन्हें नियमित अध्ययन के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

सेमेस्टर सिस्टम छात्रों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने का मौका देगा और उन्हें साल भर सक्रिय रखेगा।


सॉफ्ट स्किल्स का मूल्यांकन

नए नियमों में सॉफ्ट स्किल्स के मूल्यांकन पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अंतर्गत:


छात्रों के कम्युनिकेशन स्किल्स, लीडरशिप क्वालिटीज, और टीम वर्क का आकलन किया जाएगा।

इन कौशलों का मूल्यांकन विभिन्न गतिविधियों और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से किया जाएगा।

सॉफ्ट स्किल्स के लिए एक अलग ग्रेडिंग सिस्टम होगा, जो अंतिम रिजल्ट में शामिल किया जाएगा।

यह बदलाव छात्रों को न केवल अकादमिक रूप से बल्कि व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए भी तैयार करेगा।


अंतर-विषयक दृष्टिकोण

2025 के बोर्ड परीक्षा में अंतर-विषयक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया जाएगा। इस नियम के तहत:


विभिन्न विषयों के बीच संबंध स्थापित करने पर जोर दिया जाएगा।

छात्रों को एक विषय के ज्ञान को दूसरे विषय में लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

परीक्षा में ऐसे प्रश्न शामिल किए जाएंगे जो विभिन्न विषयों के ज्ञान को एकीकृत करने की क्षमता का परीक्षण करेंगे।

यह दृष्टिकोण छात्रों को व्यापक समझ विकसित करने में मदद करेगा और उन्हें जटिल समस्याओं को हल करने के लिए तैयार करेगा।


डिजिटल साक्षरता पर जोर

नए नियमों में डिजिटल साक्षरता को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसके अंतर्गत:


छात्रों के तकनीकी ज्ञान और डिजिटल कौशल का मूल्यांकन किया जाएगा।

परीक्षा में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, डेटा विश्लेषण, और डिजिटल टूल्स के उपयोग से संबंधित प्रश्न शामिल किए जाएंगे।

छात्रों को ऑनलाइन सुरक्षा और डिजिटल नैतिकता के बारे में भी जागरूक किया जाएगा।

यह बदलाव छात्रों को डिजिटल युग की चुनौतियों के लिए तैयार करेगा और उन्हें भविष्य के डिजिटल कार्यबल में शामिल होने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करेगा।


परीक्षा पैटर्न में बदलाव

2025 के बोर्ड परीक्षा में परीक्षा पैटर्न में भी कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे:


ओपन बुक परीक्षा: कुछ विषयों में ओपन बुक परीक्षा का विकल्प दिया जाएगा, जहां छात्र परीक्षा के दौरान किताबों और नोट्स का उपयोग कर सकेंगे।

केस स्टडी आधारित प्रश्न: परीक्षा में रियल-लाइफ स्थितियों पर आधारित केस स्टडी शामिल की जाएंगी, जिनका विश्लेषण करना होगा।

बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या में कमी: रटने की प्रवृत्ति को कम करने के लिए बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या कम की जाएगी।

लंबे उत्तर वाले प्रश्न: छात्रों की विश्लेषणात्मक और लेखन क्षमता का मूल्यांकन करने के लिए लंबे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

ये बदलाव छात्रों को गहराई से सोचने और अपने विचारों को व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।


डिस्क्लेमर: यह लेख बोर्ड परीक्षा 2025 के संभावित बदलावों और नए नियमों पर आधारित है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शिक्षा नीतियों में बदलाव एक जटिल और समय लेने वाली प्रक्रिया होती है। इस लेख में उल्लिखित सभी नियम और बदलाव अभी प्रस्तावित स्थिति में हैं और इनमें से कुछ या सभी में बदलाव हो सकता है। छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे हमेशा अपने स्कूल बोर्ड या शिक्षा विभाग से नवीनतम और आधिकारिक जानकारी प्राप्त करें। शिक्षा प्रणाली में किसी भी बड़े बदलाव के लिए सरकार द्वारा आधिकारिक घोषणा की जाएगी, और उसी को प्रामाणिक माना जाना चाहिए।मण्डल कोर्डिनेटर राजकुमार सिंह श्री न्यूज़ 24/अदिति न्यूज़

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