प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में इलाज कर रहे मुन्ना भाई ने ली एक जान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में इलाज कर रहे मुन्ना भाई ने ली एक जान
पुलिस के हस्तक्षेप के बाद सुलह समझौते के बाद परिजनों ने पीएम कराने से किया इंकार
सीतापुर। कोतवाली लहरपुर क्षेत्र के शाहपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कर रहे मुन्ना भाई के इंजेक्शन लगाने के बाद एक अधेड़ की मौत हो गई। अधेड़ की मौत के बाद हंगामा कर रहे परिजनों ने गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को सूचना दी। लेकिन अंततः पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजनों ने मृतक का पीएम कराने से इनकार कर दिया। वहीं अस्पताल में इंजेक्शन लगाने की बात मुन्ना भाई द्वारा कबूल की गई। जिसको लेकर अस्पताल के चिकित्सक की भूमिका पर सवालिया निशान लग गया है।
ताजा मामला कोतवाली क्षेत्र के शाहपुर का है जहां सोमवार की सुबह तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल पहुंचे रुकना पुर निवासी विनोद पुत्र छोटन्न को अस्पताल में चिकित्सक की सहमति पर चिकित्सक का खाना बनाने वाले व्यक्ति मुन्ना भाई द्वारा इंजेक्शन दिया गया। इसके बाद विनोद के मुख से झाग निकलने लगा और विनोद की मौत हो गई। विनोद की मौत के बाद अस्पताल में मौजूद परिजनों ने मुन्ना भाई पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। और मामले की सूचना भदफर पुलिस को दी गई। वही मामला तूल पकड़ते ही मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों के कैमरे में मुन्ना भाई द्वारा दिया गया बयान भी कैद हो गया। मुन्ना भाई ने बताया कि चिकित्सक की सहमति पर उनके द्वारा इंजेक्शन लगाया गया था। लेकिन घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद एका एक परिजन मान गए। और परिजनों द्वारा लिखित सुलहनामा पर अंगूठा लगा दिया गया।सुलह नामा के अनुसार मृतक की अधिक शराब पीने से मौत हुई। परिजनों के सुलह पत्र लिखने के बाद पुलिस द्वारा घटना का पटाक्षेप कर दिया गया। और शव परिजनों को सौंप दिया गया।
इंजेक्शन लगाने वाले मुन्ना भाई को मिला अभयदान
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर में विनोद की मौत के बाद परिजनों द्वारा हंगामा करते हुए अस्पताल के चिकित्सक का खाना बनाने वाले मुन्ना भाई पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया गया था। जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ। वही इंजेक्शन लगाने वाले मुन्ना भाई द्वारा कैमरे के सामने कबूल किया गया कि चिकित्सक की सहमति पर उनके द्वारा मरीज विनोद को इंजेक्शन लगाया गया था। लेकिन फिर भी सारे आरोपों को नकारते हुए भदफर पुलिस और अस्पताल के चिकित्सकों का जादू काम कर गया। और कुछ क्षण बाद ही मृतक के परिजनों ने सारे आरोप वापस ले लिए। और सुलह पत्र में परिजनों ने लिख दिया कि विनोद की मौत अधिक शराब पीने की वजह से हुई है। लेकिन मुन्ना भाई द्वारा कबूली गई बात का वायरल वीडियो कुछ और ही बयां कर रहा है। अब देखना यह है कि सुलह पत्र लिखवाने वालों का जादू काम करता है या मुन्ना भाई द्वारा कबूली गई बात का वीडियो। कार्यवाही होना या न होना उच्च अधिकारियों की कर्तव्य निष्ठा पर निर्भर कर रहा है।
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