पलिया में बाढ़ से हाहाकार रास्ते बंद हर तरफ गांव शहर हुआ जलमग्न
पलिया में बाढ़ से हाहाकार रास्ते बंद हर तरफ गांव शहर हुआ जलमग्न
लखीमपुर खीरी: बनबसा बैराज से रिलीज किए गए पानी का धीरे-धीरे पलिया क्षेत्र में आने का सिलसिला जारी है। शारदा नदी की बाढ़ जहां पलिया से मझगईं और संपूर्णानगर में अपना कहर बरपा रही है। वहीं सुहेली नदी भी उफना गई है और उसका पानी भी कई गांवों में घुस गया है। पलिया भीरा मार्ग पर आवागमन रविवार को भी बंद है। निघासन मार्ग पर पानी अधिक आ जाने से इस मार्ग पर भी आवागमन बंद कर दिया गया है। दुधवा मार्ग पर बंशीनगर के पास रपटा पुल पर तेज धार में पानी चल रहा है। जबकि सड़क किनारे बंशीनगर गांव के कई घरों में पानी घुस गया है। दुधवा मार्ग पर भी आवागमन बंद है। बाढ़ के कारण पलिया टापू बन गया है। शहर के कई मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसमें मोहल्ला ढाकिन, सुभाषनगर खानकाह, चीनी मिल कॉलोनी, इंद्रानगर आदि मोहल्ले शामिल हैं।बाढ़ से रेल ट्रैक कटने का खतरा जुलाई महीने में बाढ़ के पानी में कटे मैलानी–गोंडा रेल ट्रैक की अभी पलिया भीरा के बीच मरम्मत का कार्य पूरा हो भी नहीं पाया था। अब भीरा के पहले साई मंदिर के आगे इसी ट्रैक पर कटान का खतरा उत्पन्न हो गया है। रपटा पुल के सामने पश्चिम दिशा से पानी का बहाव शुरू हो गया है। रेल लाइन के नीचे से पानी बहने लगा है। जिससे यहां भी रेल ट्रैक कटने का खतरा बढ़ गया है। मरम्मत कार्य शुरू हो गया है।बाढ़ में फंसे पांच ग्रामीणों को एनडीआरएफ टीम ने निकाला तहसील पलिया के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बड़ा पतवारा से सुबह 3:45 बजे पांच लोगो को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। यह लोग बाढ़ के पानी में फंस गए थे। प्रशासन व एनडीआरएफ ने संयुक्त ऑपरेशन के जरिए इन्हें सुरक्षित बाहर निकाला है। बाढ़ में फंसे बलराम, शत्रुघन, मनसा, मंजू देवी, निक्की आदि ग्रामीणों को सकुशल निकाला गया है। वही रविवार को सुहेली से आए उफान ने हवाई पट्टी बंसीनगर सिघहिया घोला आदि दर्जनों गांव में बाढ के पानी ने जम कर कहर बरपाया है जबकि तहसील प्रशासन लंच पैकट बाढ़ पीड़ितों तक नाव टैक्टर ट्राली पर लाद कर पहुचा रहे हैं। वहीं घोला के प्रधान पति योगराज सिंह ने ग्राम पंचायत को बचाने के लिए गांव वासियों की मदद से सुहेली के बाहाव को रोकने के लिए बंधा बना कर कई गांव को डूबने से बचाया यही नहीं बाढ़ के पानी में घर घर जाकर लंच पैकट बंटवाकर हाल चाल ले रहे हैं। वहीं तहसील प्रशासन को भी हर समय गाव में बाढ़ के पानी की जानकारी साझा कर रहे हैं।
Post a Comment