एसएबी ने सुमेर नगर मे नेपाल के ए पीएफ के सँग समन्वय बैठक कर सीमा पर आपसी तालमेल बनाकर सीमा सुरक्षा पर बनी सहमति
एसएबी ने सुमेर नगर मे नेपाल के ए पीएफ के सँग समन्वय बैठक कर सीमा पर आपसी तालमेल बनाकर सीमा सुरक्षा पर बनी सहमति
@डीपी मिश्रा/शरीफखान
पलिया कलां (खीरी)
भारत-नेपाल सीमा पर समन्वय हेतु 39वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल एवं ए.पी.एफ. नेपाल के बीच महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया जिसमे आपसी तालमेल बनाकर सीमा सुरक्षा करने पर सहमति बनाई गई
जानकारी के अनुसार 39वीं एस एसबी कमांडेंट रवीन्द्र कुमार राजेश्वरी के निर्देशन में 39वीं वाहिनी, सशस्त्र सीमा बल, की समवाय मुख्यालय सुमेरनगर द्वारा अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत आने वाले सीमा स्तंभ संख्या 764/5 के पास स्थित खड्डा घाट क्षेत्र में तैनात सशस्त्र प्रहरी बल (APF) नेपाल के अधिकारियों के साथ समन्वय बैठक का आयोजन किया गया ।
यह बैठक भारत-नेपाल के सीमा क्षेत्र में आपसी तालमेल, सीमा सुरक्षा को सशक्त बनाने एवं दोनों देशों के सीमा बलों के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल रही । बैठक में भारतीय पक्ष से समवाय प्रभारी सहायक कमांडेंट श्री सतीश कुमार सहित अन्य कार्मिक तथा नेपाल पक्ष से डीएसपी श्री मोहन केसी, सीमा चौकी कंकर के उप निरीक्षक श्री बाबू राम एवं उनके साथ अन्य कार्मिक उपस्थित रहे । बैठक में दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि सीमा क्षेत्र में किसी भी प्रकार के टकराव, अव्यवस्था अथवा संदेहास्पद गतिविधि से बचा जाए तथा परस्पर समन्वय से सभी संभावित मुद्दों का समाधान प्राथमिकता से किया जाए । सीमा पर शराब, मादक पदार्थ, पशु, लकड़ी एवं अन्य वस्तुओं की अवैध तस्करी को रोकने हेतु दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियों ने मिलकर कार्य करने, सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान करने और संयुक्त अभियान चलाने पर सहमति जताई । महिलाओं एवं बच्चों की तस्करी, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यात्रा करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान एवं उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए साझा रणनीति बनाई गई । यह माना गया कि वास्तविक समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान किसी भी आपातकालीन अथवा संदिग्ध स्थिति से निपटने का सबसे प्रभावी उपाय है। इसके लिए संचार माध्यमों को और अधिक सक्रिय बनाने पर बल दिया गया । सीमावर्ती गाँवों के नागरिकों को सीमा संबंधी नियमों, अवैध गतिविधियों के दुष्प्रभाव एवं उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु दोनों पक्षों द्वारा संयुक्त जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर सहमति हुई । धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान अतिरिक्त गश्त एवं निगरानी के माध्यम से असामाजिक तत्वों को किसी भी प्रकार की गतिविधि से रोकने पर भी दोनों पक्षों में एकमत रही ।
बैठक के उपरांत भारत-नेपाल सीमा पर संयुक्त गश्त (Joint Patrol) का आयोजन किया गया, जिससे दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग की भावना और प्रगाढ़ हुई ।
इस समन्वय बैठक ने न केवल सीमा पर सुरक्षा को लेकर एक नई ऊर्जा प्रदान की, बल्कि यह संदेश भी दिया कि भारत और नेपाल की मित्रता, सहयोग और आपसी समझ के आधार पर सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति एवं व्यवस्था को बनाए रखना एक साझा उत्तरदायित्व है ।
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