प्रियंका गांधी वाड्रा बनी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्वांचल की प्रभारी
प्रियंका गांधी वाड्रा बनी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्वांचल की प्रभारी
प्रियंका गांधी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त की गई वह अपना पद फरवरी महीने के पहले सप्ताह में ग्रहण करेंगी प्रियंका गांधी जो की सक्रिय राजनीति से हमेशा दूर रही हैं लेकिन राजनीतिक गलियारे में एक अहम मुकाम हमेशा रहा है प्रियंका गांधी देश की राजनीति में एक अहम रोल अदा कर सकती हैं अगर प्रियंका गांधी फैन फॉलोइंग पर नजर डाली जाए तो पता चल जाएगा कि वह भारतीयों के दिलों में अहम मुकाम रखती है वैसे तो प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में आने की वकालत उनके चाहने वाले हमेशा करते रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ऐसे वक्त में प्रियंका को एक अहम पद देकर सक्रिय राजनीति में लाने का फैसला बेहद सटीक मालूम पड़ रहा है यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब कुछ ही महीने बाद सबसे बड़े लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होने वाला है यह फैसला कांग्रेस की दशा और दिशा में कारगर साबित हो सकता है राजनीतिक गलियारे में भी इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है राजनीतिक गलियारे में राजनीतिक दलों का मानना है कि यह फैसला भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला है और महागठबंधन में भी एक नई ऊर्जा मिलेगी तथा कांग्रेस की लोकप्रियता और राजनीत में कम होती शाख पर भी बहुत कारगर साबित होने वाला है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की बात की जाए तो उसका अपना मत है और वो इस फैसले से कोई नुकसान न होने की बात कहते हुए नजर आ रहे है
राष्ट्र संवाद के हवाले से कहा जाए तो यह फैसला कांग्रेस के लिए प्राण वायु के समान होने वाला है और लोकसभा चुनाव में इस फैसले का काफी फायदा मिलता हुआ दिख रहा है उत्तर प्रदेश जिसे लोकसभा सीटों के आधार पर देश का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र माना जाता है वहां बसपा और सपा के गठबंधन ने कांग्रेस को मात्र 2 सीट ही छोड़ा है ऐसी स्थिति में प्रियंका गांधी का कांग्रेस में शामिल होकर राष्ट्रीय महासचिव का पद ग्रहण करना उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल पैदा करने वाला फैसला माना जाएगा और आने वाला वक्त इस बात को साबित करेगा या नहीं करेगा लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस मैं प्रियंका गांधी की वापसी कांग्रेस के लिए प्राण वायु के समान है जिसका उसे आने वाले वक्त में फायदा मिलता हुआ दिखाई दे रहा है
प्रियंका गांधी कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त की गई वह अपना पद फरवरी महीने के पहले सप्ताह में ग्रहण करेंगी प्रियंका गांधी जो की सक्रिय राजनीति से हमेशा दूर रही हैं लेकिन राजनीतिक गलियारे में एक अहम मुकाम हमेशा रहा है प्रियंका गांधी देश की राजनीति में एक अहम रोल अदा कर सकती हैं अगर प्रियंका गांधी फैन फॉलोइंग पर नजर डाली जाए तो पता चल जाएगा कि वह भारतीयों के दिलों में अहम मुकाम रखती है वैसे तो प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में आने की वकालत उनके चाहने वाले हमेशा करते रहे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का ऐसे वक्त में प्रियंका को एक अहम पद देकर सक्रिय राजनीति में लाने का फैसला बेहद सटीक मालूम पड़ रहा है यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब कुछ ही महीने बाद सबसे बड़े लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव होने वाला है यह फैसला कांग्रेस की दशा और दिशा में कारगर साबित हो सकता है राजनीतिक गलियारे में भी इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है राजनीतिक गलियारे में राजनीतिक दलों का मानना है कि यह फैसला भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाला है और महागठबंधन में भी एक नई ऊर्जा मिलेगी तथा कांग्रेस की लोकप्रियता और राजनीत में कम होती शाख पर भी बहुत कारगर साबित होने वाला है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की बात की जाए तो उसका अपना मत है और वो इस फैसले से कोई नुकसान न होने की बात कहते हुए नजर आ रहे है
राष्ट्र संवाद के हवाले से कहा जाए तो यह फैसला कांग्रेस के लिए प्राण वायु के समान होने वाला है और लोकसभा चुनाव में इस फैसले का काफी फायदा मिलता हुआ दिख रहा है उत्तर प्रदेश जिसे लोकसभा सीटों के आधार पर देश का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र माना जाता है वहां बसपा और सपा के गठबंधन ने कांग्रेस को मात्र 2 सीट ही छोड़ा है ऐसी स्थिति में प्रियंका गांधी का कांग्रेस में शामिल होकर राष्ट्रीय महासचिव का पद ग्रहण करना उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल पैदा करने वाला फैसला माना जाएगा और आने वाला वक्त इस बात को साबित करेगा या नहीं करेगा लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस मैं प्रियंका गांधी की वापसी कांग्रेस के लिए प्राण वायु के समान है जिसका उसे आने वाले वक्त में फायदा मिलता हुआ दिखाई दे रहा है
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