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लखनऊ पटना में होने वालीविपक्षी एकता की बैठक में बड़े नेता नहीं होंगे शामिल

 लखनऊ पटना में होने वालीविपक्षी एकता की बैठक में बड़े नेता नहीं होंगे शामिल



अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली


पत्रकार प्रवीण सैनी लखनऊ



पटना में बारह जून को होने वाली विपक्षी एकता को धार देने वाली बैठक को बड़ा झटका लगा है.संकेत है कि राहुल गांधी  मलिकार्जुन खड़गे स्टालिन और येचुरी जैसे दिग्गज नेता बैठक में शामिल नहीं होंगे इससे  दो हजार चौबीस से पहले जयप्रकाश नारायण की धरती से मोदी को हिला देने का दावा करने वाले विपक्ष को तगड़ा झटका लगा है बारह जून को ममता की सलाह पर पटना में नीतीश द्वारा आयोजित बैठक में कई बड़े नेता गायब रहेंगे

 कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश में हैं पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में व्यस्त है इसलिए बैठक में शामिल नहीं होंगे उनकी जगह पार्टी का कोई और प्रतिनिधि शामिल होगा. स्टालिन और सीताराम येचुरी ने भी बैठक में आने की असमर्थता जता दी है मतलब पटना में विपक्षी एकता के फ्लॉप शो में बदलने के पूरे संकेतकांग्रेस ने राहुल गांधी मलिकार्जुन खड़गे यानी अपने दोनों बड़े नेताओं की बारह जून को अनुपलब्धता की वजह से बैठक की तारीख तेईस जून करने की अपील की थी जिसके जवाब में नीतीश ने तारीख आगे बढ़ाने में असमर्थता जताई थी उधर स्टालिन और सीपीएम नेता येचुरी भी अलगअलग कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो रहे सूत्रों का दावा है कि येचुरी कांग्रेस के साथ बैठक में शामिल होना चाहते थे लेकिन राहुल गांधी के न जाने से सीधे सीधे ममता के साथ दिखने में दिक्कत के चलते नहीं जा रहे हैं जाहिर है इतने अंतर्विरोधों के बीच विपक्षी एकता पर कई सवाल खड़े हो गए हैं

विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में जुटे नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में जुटे हैं इसके लिए नीतीश कुमार की मुलाकात राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे शरद पवार ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल अखिलेश यादव उद्धव ठाकरे और नवीन पटनायक से हो चुकी है नीतीश कुमार ने तमाम नेताओं से मुलाकात कर उन्हें इस बैठक में आने के लिए कहा भी है हालांकि इस बैठक पर ग्रहण लग गया है इसमें किस पार्टी से कौन आएगा वहीं बीजेपी मानती है कि बारह जून सन पिछहतर को इन्दिरा गांधी की सदस्यता रद्द हुई थी जिससे कांग्रेस इस दिन को मनहूस दिवस के तौर पर मानती है ऐसे में कांग्रेस के लोग पहले चाहते थे कि बैठक की तारीख बदल दी जाए लेकिन नीतीश कुमार नहीं माने अब यह भी कहा जा रहा है कि नीतीश ने क्‍या जानबूझ कर इस दिन को चुना था

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