लखनऊ कौशांबी मंझनपुर कस्बे के मुख्य स्थान पर फिर हुआ करोड़ो कीमत की सरकारी भूमि पर भू माफियाओं का कब्जा
लखनऊ कौशांबी मंझनपुर कस्बे के मुख्य स्थान पर फिर हुआ करोड़ो कीमत की सरकारी भूमि पर भू माफियाओं का कब्जा
अदिति न्यूज़ फ्री न्यूज़ 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली
संवाददाता संजय मिश्रा शिवगढ़ रायबरेली
पहले भी कई सरकारी जमीनों पर हुए कब्जे को वर्षो बाद नहीं खाली कर सका तहसील प्रशासन
कौशाम्बी सरकारी संपत्तियों को सुरक्षित करने में मंझनपुर तहसील प्रशासन पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है आए दिन भू माफिया सरकारी भूमि पर कब्जा कर लेते हैं और सरकारी भूमि खाली कराने के नाम पर मंझनपुर तहसील प्रशासन केवल ड्रामेबाजी कर रहा है राजनीतिक दबाव के बाद सरकारी जमीनों के कब्जे पर तहसील प्रशासन निर्णय ले रहा है बीते दिनों चायल तहसील में जिला पंचायत सदस्य का मकान सिर्फ इसलिए गिरा दिया गया क्योंकि वह जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में शामिल था इसके अलावा सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामले में तहसील प्रशासन की भूमिका हमेशा सवालों के घेरे में है
मंझनपुर मुख्यालय में जिला अधिकारी की मौजूदगी के बाद भूमाफिया बेखौफ है और आए दिन सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं जिला अधिकारी के मुख्यालय में मौजूदगी के बाद भी मंझनपुर तहसील प्रशासन सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा रोकने के लिए गंभीर नहीं दिखाई पड़ रहा है मंझनपुर कोतवाली के सामने दो वर्ष पूर्व करोड़ो कीमत की सरकारी जमीन पर भू माफिया ने आलीशान भवन खड़ा कर दिया है कई बार जांच हुई जांच के दौरान साबित हुआ कि सरकारी भूमि पर भवन बना है लेकिन उसके बाद भी सरकारी संपत्ति तहसील प्रशासन नहीं बचा सका मंझनपुर कस्बे के मुख्य चौराहे पर चार वर्षों पूर्व सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर आलीशान भवन खड़ा कर दिया इस जमीन को भी तहसील प्रशासन नहीं बचा सका इसके अलावा भी तमाम सरकारी जमीनों पर मंझनपुर मुख्यालय में कब्जे हैं तो फिर आम जनमानस की संपत्तियों को बचाने के लिए मंझनपुर तहसील प्रशासन कितना गंभीर होंगे इसका अंदाजा लगाया जा सकता है
मंझनपुर मुख्यालय के तमाम सरकारी जमीनों पर भू माफिया के कब्जे को खाली कराने में असफल तहसील प्रशासन के माथे पर एक बार फिर कलंक लग गया है राम वाटिका के बगल में मौजूद करोड़ो कीमत की सरकारी जमीन पर पन्द्रह दिनों के बीच भू माफिया ने जमीन पर कब्जा कर लिया है पहले जमीन पर फेब्रिकेशन का कारखाना लगाकर लोहे की गोमती बनाने का ड्रामा शुरू किया गया फिर जमीन की फर्श बनाई गई फिर उसके ऊपर टीन शेड लगा करके सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया मामले में जब लेखपाल से बात की गई तो उसने कहा कि जमीन खाली कराने की कार्यवाही चल रही है सवाल उठता है कि इसके पहले भी कई सरकारी जमीनों में कब्जा हुआ है सरकारी जमीन खाली कराने के नाम पर कई वर्ष बीत चुके हैं सरकारी जमीन खाली नहीं हुई है तो श्री राम वाटिका मंझनपुर के बगल में सरकारी जमीन पर हुए पंद्रह दिन के बीच कब्जे को कैसे मंझनपुर तहसील प्रशासन खाली कराएगा यह बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है
Post a Comment