नई दिल्ली इन कंपनियों के दम पर भारत लिखेगा इतिहास आदित्या एल वन मिशन से होगी पैसों की बारिश
लखनऊ नई दिल्ली इन कंपनियों के दम पर भारत लिखेगा इतिहास आदित्या एल वन मिशन से होगी पैसों की बारिश
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली
संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ
नई दिल्ली सूर्य का अध्ययन करने के लिए देश के पहले मिशन आदित्य-एल के सफल लॉन्च से इंडियन स्पेस सेक्टर में निवेशकों की रुचि बढ़ सकती है साथ ही प्राइवेट प्लेयर्स पर पैसों की बारिश भी हो सकती है लार्सन एंड टुब्रो एलएंडटी एमटीएआर टेक्नोलॉजीज और अनंत टेक्नोलॉजीज सहित कई प्राइवेट सेक्टर के प्लेयर्स ने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी इसरो के सोलर ऑब्जर्वेटरी मिशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
सूर्य के आसपास के क्षेत्र की स्टडी करने के लिए आदित्य-एल वन शनिवार को पीएसएलवी-सी सत्तावन रॉकेट पर एक सौ पच्चीस दिनों के लिए रवाना किया गया जो पृथ्वी से लगभग एक दशमलव पांच मिलियन किमी दूर है. यह दूरी पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल मिलियन किमी का केवल एक फीसदी है भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान आईआईए विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ईएसए जैसे कई संस्थानों ने भी इस ऐतिहासिक मिशन में योगदान दिया है. लॉन्च की सफलता की घोषणा करते हुए इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने शनिवार को कहा कि आदित्य एल एक स्पेस क्राफ्ट मध्यवर्ती कक्षा में स्थापित कर दिया गया है
यह इंडियन स्पेस इकोसिस्टम के लिए यह एक और सफलता की कहानी है जिसने हाल ही में चंद्रयान तीन की सफलता का स्वाद भी चखा है. भारतीय अंतरिक्ष संघ आईएसपीए के महानिदेशक एके भट्ट के अनुसार यह उपलब्धि चंद्रयान तीन मिशन के बाद भारत के स्पेस सेक्टर के लिए एक और मील का पत्थर साबित होगी. यह न केवल स्पेस इंवेस्टीगेशन में भारत की कैपेबिलिटी को बताता है बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर सहयोग करने और ग्लोबल स्पेस इंडस्ट्री में योगदान करने की हमारे प्राइवेट सेक्टर की क्षमता में विश्वास स्थापित करता है ये सफलताएं हमारी प्राइवेट स्पेस कंपनियों के लिए फंडिंग की संभावनाओं को भी आगे बढ़ाएंगी तो आइए उन कंपनियों के बारे में चर्चा करते हैं जिन्होंने सन मिशन में इसरों को सपोर्ट किया है
एलएंडटी जो भारत के नए मून मिशन के लगभग हर पहलू में शामिल था ने सौर मिशन के लिए भी कई प्रमुख कंपोनेंट दिए हैं एलएंडटी डिफेंस के कार्यकारी उपाध्यक्ष और प्रमुख एटी रामचंदानी ने कहा हमें भारत के पहले सौर मिशन आदित्य एल एक के लिए इसरो के साथ पार्टनर बनने का सौभाग्य मिला है जिसके लिए एलएंडटी ने अपने इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग स्किल और ट्रेंड वर्कफोर्स की बदौलत स्पेस-ग्रेड हार्डवेयर दिया है उन्होंने कहा कि इसरो के साथ अपनी पांच दशक लंबी साझेदारी पर गर्व है एलएंडटी गगनयान मिशन का भी हिस्सा है
आदित्य-एल वन मिशन को चवालीस दशमलव मीटर लंबे पोलार सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल पीएसएलवी द्वारा लॉन्च किया गया था जो स्पेस सेक्टर में में भारत का विश्वसनीय वर्कहॉर्स है इसरो द्वारा किए गए इक्यान्नबे लॉन्चेस में से उनसठ में पीएसएलवी रॉकेट का इस्तेमाल किया गया हालांकि मिशन की वास्तविक लागत किसी हो नहीं पता है. सरकार ने इसके लिए लगभग अड़तालिस मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं
हैदराबाद स्थित अनंत टेक्नोलॉजीज एटीएल ने सैटेलाइट सिस्टम डिजाइन डेवलपमेंट और इंटीग्रेशन में अपने व्यापक अनुभव के साथ आदित्य-एल एक प्रोग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आदित्य-ए वन मिशन में एटीएल ने कई एवियोनिक्स पैकेजों का निर्माण किया इन पैकेजों में ऑनबोर्ड कंप्यूटर स्टार सेंसर मॉड्यूलर ईईडी सिस्टम और पेलोड डीसी-डीसी कनवर्टर्स के साथ कई चीजें शामिल हैं लॉन्च व्हीकल के लिए ए टी एल ने अड़तालीस सब सिस्टम्स की सप्लाई की जैसे ट्रैकिंग ट्रांसपोंडर और कई इंटरफेस यूनिट्स और कंप्लीट असेंबली इंटीग्रेशन और टेस्टिंग किया है एटीएल टीम की ओर से इंटीग्रेटिड किया गया सातवां लॉन्च व्हीकल है, और पांच और लॉन्च व्हीकल मौजूदा समय में इंटीग्रेशन के अंडर में हैं एटीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुब्बा राव पावुलुरी ने कहा कि यह पार्टनरशिप हमारे लिए मील का पत्थर साबित होगी क्योंकि हम भारत के स्पेस इंवेस्टीगेशन प्रयासों का सपोर्ट करने के लिए लगातार अपनी टेक्नीकल एक्सीलेंस और मैन्यफैक्चरिंग का कंट्रीब्यूशन देते हैं
एमटीएआर टेक्नोलॉजीज ने किया ऐसे योगदान
एमटीएआर टेक्नोलॉजीज के प्रबंध निदेशक पर्वत श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि इंडियन स्पेस सेक्टर में हासिल की गई जबरदस्त वृद्धि इसरो के सभी वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है एमटीएआर को इसरो के सभी लॉन्च में महत्वपूर्ण कंट्रीब्यूटर होने पर गर्व है हमने मिशन के लिए उपयोग किए जाने वाले पीएसएलवी-सी सत्तावन लॉन्च व्हीकल के लिए विकास इंजन इलेक्ट्रो यूमेटिक मॉड्यूल वाल्व, सेफ्टी कप्लर्स जैसे सिस्टम्स की सप्लाई की है
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