रायबरेली सलोनजन्म जन्मांतरों के पुण्य कर्म जब उदय होते हैं तब यह मनुष्य शरीर हमको प्राप्त होता है पंकज महाराज
रायबरेली सलोनजन्म जन्मांतरों के पुण्य कर्म जब उदय होते हैं तब यह मनुष्य शरीर हमको प्राप्त होता है पंकज महाराज
अदिति न्यूज़ श्री न्यूज़ 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल रायबरेली
पत्रकार संजय मिश्रा शिवगढ़ रायबरेली
बाबा जयगुरुदेव का कहना है शाकाहारी रहना है ‘शाकाहारी हो जाओगे बीमारी से बच जाओगे रूहों पर रहम जो करता है, वही खुदा का प्यारा है आदि जनकल्याणकारी नारों के साथ जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं परम सन्त बाबा जयगुरुदेव महाराज के उत्तराधिकारी पंकज महाराज कल सायंकाल अपने 108 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक वैचारिक जनजागरण यात्रा के साथ 26वें पड़ाव पर सलोन ब्लाक के कपूरी पुर गांव के शिवधर्म काँटा पर पधारे हजारों की संख्या में कतारबद्ध खड़े भाई-बहनों व बच्चों ने बाजे-गाजे व आतिशबाजी के साथ धर्म यात्रा का भव्य स्वागत किया आज यहां सत्संग समारोह का आयोजन हुआ
अपने सत्संग सम्बोधन में पूज्य महाराज जी ने कहा कि ‘‘यह सत्संग है कोई कथा कीर्तन नहीं कोई ढोल मंजीरा नहीं कोई किस्से कहानियां नहीं यहां तो उस प्रभु से जीते जी मिलने का प्रेम प्यार पैदा किया जाता है किसी की निन्दा व चुगली नहीं की जाती। जन्म-जन्मान्तरों के पुण्य कर्म जब उदय होते हैं तब यह मनुष्य शरीर हमको प्राप्त होता है इस मनुष्य शरीर को पाने के लिये देवी देवता भी तरसते हैं ‘बड़े भाग्य मानुष तन पावा सुर दुर्लभ सद्ग्रन्थन गावा चौरासी लाख योनियों में यही मनुष्य योनि ही सर्वश्रेष्ठ है क्योंकि केवल इसी शरीर में दोनों आंखों के मध्य में तीसरी आंख है जिससे अन्तरी साधना के द्वारा मरने से पहले देवी देवताओं को देखा जा सकता है और उनकी वाणी देववाणी-कलमा-आयतें को सुना जा सकता है जिन्होंने इस कलयुग में उसे देखा व सुना उन्होंने प्रमाण के तौर पर लिख दिया कि घट में राम निहारा साधो यहि घट भीतर नगर अयोध्या जहां राम अवतारा यहि घट भीतर मथुरा नगरी जहां कृष्ण अवतारा घट में हमारे गुरु महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव महाराज ने इसी अन्तरी साधना सुरत-शब्द योग नाम योग की साधना को सिखा कर देश में करोड़ों लोगों को अन्तर की ध्वनियों को सुनाया तभी सारा समाज उनके पीछे चलने को तैयार होता रहा मानस में गोस्वामी जी ने भी कहा है कि सोइ जानइ जेहिं देहु जनाई, जानत तुम्हहिं तुम्हहिं होइ जाई आज यही कारण है कि देश के सभी प्रान्त नगर व गांव-गांव में उनके अनुयायी सब कुछ समर्पित करने को तत्पर रहते हैं पूज्य महाराज जी ने साधना की तीन क्रियायें पहला-सुमिरन दूसरा-ध्यान तीसरा-भजन भी बताई तथा विस्तार से समझाया
वर्तमान में गन्दे खान-पान पर प्रकाश डालते हुये संस्थाध्यक्ष ने कहा कि आज का मानव बिना बिचारे बीमार पशु पक्षियों का मुर्दा मांस पेट में डालता जा रहा है जिससे उसके कीटाणु वैक्टीरिया मनुष्य के पेट में जाकर तरह-तरह की बीमारियों को जन्म देते हैं सन दो हजार उम्नीस की जानलेवा बीमारी इसी की एक झलक थी बीमारी पशुओं की और दवा मनुष्य के पावर की तो फायदा कैसे होगा मौत तो निश्चित है इसलिये हमारी अपील है कि आप लोग शाकाहारी बनें। पेट को कब्रिस्तान न बनायें नहीं तो कुदरत भारी से भारी सजा दे देगी हमारे गुरु महाराज ने साठ साल पूर्व निवेदन किया था कि दिल में हमारे दरद है तुम्हारा सुने तो जाओ सन्देश हमारा अगर आपने महात्माओं की बात की अवज्ञा की तो ‘‘लाशों पे लाशों का होगा नजारा इसी के साथ नशीले पदार्थों से परहेज करने की भी पंकज ने पुरजोर अपील किया और कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार की भी आवश्यकता है उन्हें सत्संग में लेकर आया करें
संत पंकज ने बताया आगरा-दिल्ली बाई पास पर मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव नाम योग साधना मन्दिर बना है जहां एक बुराई चढ़ाने पर एक मनोकामना की पूर्ति होती है यहीं पर आगामी बीस से चौबीस दिसम्बर तक 75वां जयगुरुदेव वार्षिक सत्संग-मेला आयोजित होगा आप सभी को निमन्त्रण है मथुरा पधार कर दया दुआ आशीर्वाद प्राप्त करें
इस अवसर पर जिला रायबरेली संगत के अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, ब्लाक अध्यक्ष समर बहादुर मौर्य जिलाध्यक्ष प्रतापगढ़ अध्यक्ष सूर्यबली सिंह रामबरन मिश्र अखिलेश मिश्र तह अध्यक्ष राम कुमार गेंदा लाल मौर्य मनोज सिंह गुरु प्रसाद अभिषेक डा. राजेन्द्र प्रसाद चौधरी महिला ब्लाक अध्यक्ष इन्द्रा सिंह भोलानाथ रावत आदि के साथ संस्था के पदाधिकारीगण एवं हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे
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