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लखनऊ मेरठ जाहिदपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी अभिषेक ने उगाई करके कमाई गई काली कमाई करके एकत्रित की करोड रुपए की संपत्ति

 लखनऊ मेरठ जाहिदपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी अभिषेक ने उगाई करके कमाई गई काली कमाई करके एकत्रित की करोड रुपए की संपत्ति



अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली


संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ 



मेरठ के हापुड़ रोड लोहिया नगर मंडी के सामने जाहिदपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जिसके अंदर आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर उगाही का खेल चरम सीमा पर चल रहा है जिसमें स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई के नाम पर मुख बधिर बना हुआ है अगर बात की जाए मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अखिलेश मोहन की तो अखिलेश मोहन मेरठ में लगातार स्वास्थ्य विभाग के नाम पर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करा रहे हैं जिसमें दो  दिन पूर्व जाहिदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर उगाई पैसे उगाई की वीडियो वायरल हुई थी जिसमें स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी अभिषेक आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर गरीब लोगों सौ  से पांच सौ रुपए तक की उगाई खुलेआम कर रहा है। जिसकी वीडियो भी तेजी से वायरल है।जिसमें इसकी सूचना सीएमओ अखिलेश मोहन को भी दी गई पर सूत्रों से मिली जानकारी अखिलेश मोहन ने कारण बताओं नोटिस देकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अभिषेक से सेटिंग करके सूत्रों से मिली जानकारी में अच्छी खासी मोटी रकम लेकर उसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिना कार्रवाई बिना मुकदमा दर्ज कराए उसी सीएचसी पर रख दिया गया। न्यूज़ लाईन नेटवर्क के संवाददाता लोकेश कुमार ने  कर्मचारी अभिषेक द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर की जा रही उगाही अपने कमरे में कैद की और उसकी वीडियो  बड़ी ही बखूबी से कार्रवाई कराने के लिए वीडियो वायरल कर दी गई  ताकि है वीडियो माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच जाए  जिसमें योगी सरकार का कहना है कि गरीब जरूरतमंद लोगों को  निशुल्क आयुष्मान कार्ड देकर उनकी बीमारी का इलाज फ्री कराया जाए पर योगी सरकार में अभिषेक गुप्ता जैसे भ्रष्टाचार कर्मचारी योगी सरकार को लगा रहे हैं पलीता। जिलाधिकारी महोदय दीपक मीणा द्वारा एक सप्ताह पहले रखी गई  अधिकारियों की मीटिंग में यह भी कहा गया था कि आयुष्मान कार्ड जरूरतमंद गरीब लोगों को निशुल्क प्राप्त कराए जाएं अगर इसमें किसी ने लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ कारवाई कराकर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। पर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे अभिषेक गुप्ता के खिलाफ ना तो सीएमओ अखिलेश मोहन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं कर पाए हैं। और ना ही जिलाधिकारी महोदय दीपक मीणा ।बल्कि सी एम ओ अखिलेश मोहन ने अच्छी खासी सेटिंग करके अभिषेक गुप्ता को जाहिदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ही रख दिया गया आखिर मेरठ में स्वास्थ्य विभाग क्यों फैला रहा है भ्रष्टाचार  योगी मोदी यानी डबल इंजन की सरकार गरीबों के लिए आए दिन नई-नई योजना ला रही है जिसके लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश कुमार पाठक अलग-अलग जिलों में जाकर अधिकारियों से लगातार रूबरू कर रहे हैं  पर फिर भी मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश कुमार पाठक और योगी सरकार के आदेशों का उल्लंघन करके उनके आदेशों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर की जा रही मोटी उगाही के मामले में सीएमओ अभी तक अभिषेक गुप्ता को नहीं कर पाए सस्पेंड  आखिर कब होगी भ्रष्टाचार उगाही कर रहे अभिषेक  जैसे कर्मचारियों पर कार्रवाई  मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीअखिलेश मोहन कानों में रुई और आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे हैं  ना तो किसी भी लापरवाह डॉक्टर लापरवाहकर्मचारियों या लापरवाह अधिकारी उगाई कर रहे अभिषेक गुप्ता जैसे कर्मचारी और अवैध अस्पताल पर कोई भी कार्रवाई नहीं करते नजर आ रहे हैं आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर अभिषेक  की पैसे मांगते की एक सप्ताह से लगातार वीडियो तेजी से वायरल हो रही है पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आंख बंद कर और कान में रुई लगाए बैठे हैं  सी एम ओ अखिलेश मोहन को ना तो कुछ भी सुनाई देता है और ना ही दिखाई देता है आखिर कब होगी मेरठ में अभिषेक जैसे भ्रष्टाचार फैला रहे कर्मचारियों पर कार्रवाई आखिर कारवाई के नाम पर सीएमओ  अखिलेश मोहन क्यों बैठे हैं मोन क्यों नहीं कर पा रहे हैं उगाही कर्ता अभिषेक पर मुकदमा दर्ज ।मेरठ में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपने कर्मचारियों से खुलेआम करा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर मोटी उगाई जिसमें सूत्रों से मिली जानकारी मे उगाई का पैसा मेरठ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों तक भी जाता है  इसलिए नहीं हो पाती किसी भी उगाही करता भ्रष्टाचार कर्मचारियों पर कार्रवाई  आखिर मेरठ सीएमओ अखिलेश मोहन कब तक भ्रष्टाचार उगाही कर्ता अभिषेक गुप्ता जैसे कर्मचारियों से गरीबों का खून चुस्वाते रहेंगे आखिर गरीब व्यक्ति कब तक इन सरकारी अधिकारियों के भ्रष्टाचार से पिस्ता रहेगा मेरठ में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश मोहन स्वास्थ्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से आयुष्मान कार्ड को लेकर कर रहे उगाही उगाही की सूचना माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य स्वास्थ्य मंत्री बृजेश कुमार पाठक को ट्वीट  पत्र व पोर्टल पर डालकर  दी जाएगी ताकि भविष्य में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अभिषेक गुप्ता जैसे भ्रष्टाचारी उगाही कर्ता जैसे योगी सरकार को बदनाम ना कर सके एक तरफ तो योगी सरकार का कहना है कि अवैध धंधा अवैध उगाही करने वालो को बिल्कुल भी बक्शा नहीं जाएगा उनकी संपत्ति की जांच भी की जाएगी पर योगी सरकार के आदेशों का मेरठ प्रशासन कर रहा आदेशों का उलंघन क्योंकि जाहिदपुर प्राथमिक स्वास्थ्य के कर्मचारी की सूत्रों से यह भी जानकारी मिली की स्वास्थ्य केंद्र से दवाइयां निकालकर प्राइवेट स्टोर पर अभिषेक गुप्ता लगातार बेचता है अभिषेक गुप्ता के बारे में स्वास्थ्य केंद्र का कोई भी डॉक्टर कोई भी कर्मचारी बोलने को तैयार नहीं है क्योंकि अभिषेक गुप्ता दबंग व बदमाश किस्म का व्यक्ति है क्योंकि आए दिन अगर उसके कोई खिलाफ खबर चलता है या बोलता है तो उसे जान से मारने की धमकी देता है क्योंकि उसकी खबर चलाने को लेकर पत्रकार को भी लगातार व धमकी देता नजर आ रहा है पर मेरठ प्रशासन इस बात को लेकर बिल्कुल मौन है।अभी कुछ दिन पहले दूसरे जिले में एक पत्रकार को खबर चलाने को लेकर गोली मार दी गई थी  पर फिर भी मेरठ प्रशासन इस बात को लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं हे जिला अधिकारी महोदय दीपक मीना से यह भी गुजारिश है कि अवैध उगाई कर रहे अभिषेक गुप्ता की संपत्ति की जांच कराई जाए क्योंकि अभिषेक गुप्ता ने मोटी उगाई करके काली कमाई करके करोड रुपए की संपत्ति एकत्रित की गई है जिसकी सूचना सीबीआई व सीबीआईडी को पत्र भेजकर अभिषेक गुप्ता की संपत्ति की जांच करने के लिए पत्र भी भेजा जाएगा अब देखना है कि लगातार चल रही खबर पर सीएमओ अखिलेश मोहन कोई संज्ञान लेते हैं या यूं ही अपने कर्मचारियों को बढ़ावा देकर भ्रष्टाचार फैलवाते रहेंगे या यूं ही मेरठ को भ्रष्टाचार का नाम देकर बदनाम करते रहेंगे पहले भी सीएमओ अखिलेश मोहन ने एक स्वस्थ प्राथमिक केंद्र पर लापरवाही बरतने के मामले में पत्रकार ने उनका वजन लेना चाहा तो सी एम ओने उस मामले को लेकर वर्जन देने से मना कर दिया और सेटिंग करके उस डॉक्टर को उसी अस्पताल में भेज दिया

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