आंध्र प्रदेश भारत खुद को विश्वमित्र के रूप में देखता है दुनिया हमारे देश को अपना मित्र कहती है पीएम मोदी
लखनऊ आंध्र प्रदेश भारत खुद को विश्वमित्र के रूप में देखता है दुनिया हमारे देश को अपना मित्र कहती है पीएम मोदी
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली
संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ रायबरेली
हैदराबाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारत खुद को विश्वमित्र के रूप में देखता है और दुनिया इसे अपना मित्र कहती है मोदी ने हैदराबाद से लगभग पचास किमी दूर स्थित कान्हा शांति वनम में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि पूर्व में देश को गुलाम बनाने वालों ने जब योग ज्ञान और आयुर्वेद जैसी परंपराओं पर हमला किया तो भारत को भारी नुकसान का झेलना पड़ा.उन्होंने कहा एक विकासशील भारत खुद को विश्वमित्र के रूप में देखता है जिस तरह से हम कोरोना वायरस के बाद दुनिया के साथ खड़े थे आज मुझे दुनिया को यह बताने की ज़रूरत नहीं है कि भारत आपका मित्र है दुनिया कहती है कि भारत हमारा है मित्र है
प्रधानमंत्री मोदी जाहिर तौर पर ट्वेंटी ट्वेंटी में महामारी के बाद देश की कंपनियों द्वारा तैयार किए गए कोविड उन्नीस रोधी टीकों को कई देशों में भेजने का जिक्र कर रहे थे प्रधानमंत्री ने कहा कि कमलेश डी. पटेल ने जो काम मानवता के लिए किया है वो वाकई अद्भुत है उनके इस योगदान को पद्म पुरस्कार से सम्मानित करने का सौभाग्य हमारी सरकार को मिला है. और इन दिनों पद्म पुरस्कारों की परंपरा हमने ऐसी बनाई है कि पुरस्कार स्वयं ही सम्मानित हो जाते हैं
प्रधानमंत्री मोदी ने कि कान्हा शांति वनम को दुनिया का सबसे बड़ा मेडिटेशन हॉल कहा जा रहा है जब इस हॉल में एक लाख लोग एक साथ ध्यान लगाएंगे तो जो ऊर्जा यहां पैदा होगी उसका अंदाज़ा लगाया जा सकता है इस कान्हा शांति वनम में जिस संस्कृति को हम जी रहे हैं वो हजारों वर्षों के सतत प्रवाह से निरंतर समृद्ध हुई है इसमें हमारे संतों और तपस्वियों की समृद्ध परंपरा का समृद्ध विरासत का और अथक एकनिष्ट प्रयासों का प्रतिबिंब है कान्हा शांति वनम इसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है आज आपके प्रयासों से एक सौ साठ से ज्यादा देशों के लोग सहज मार्ग पद्धति से योग को अपनाए हुए हैं जो सच्चा साधक है उसे आप पूरी निष्ठा से योग और ध्यान से परिचित करवाते हैं ये मानवता की बहुत बड़ी सेवा है. हर ध्यान हर घर ध्यान हर दिल ध्यान ये आपका संकल्प भारत ही नहीं बल्कि पूरी मानव जाति की सेवा कर रहा है
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