Click now

https://bulletprofitsmartlink.com/smart-link/41102/4

जीवन जीने की कला सीखनी है तो श्री रामचरितमानस का आश्रय ले- माधव दास

 जीवन जीने की कला सीखनी है तो श्री रामचरितमानस का आश्रय ले- माधव दास



रिपोर्ट अमित पाण्डेय 

महराजगंज (जौनपुर)

क्षेत्र के भटपुरा पावर हाउस के मैदान में चल रही श्री राम कथा महोत्सव में आज दूसरे दिन वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास माधव दास महाराज ने अपने वक्तव्य में कहा कि जीवन जीने कि कला यदि सीखनी हो तो श्री रामचरितमानस का आश्रय लेना एकमात्र सहज साधन बताया और कहां की हर घर में श्री रामचरितमानस ग्रंथ होना अत्यंत आवश्यक और युवा जरूर रामचरितमानस का पाठ करें कथा का संचालन पं. हरिश्चंद्र द्विवेदी ज्योतिषी द्वारा किया गया। इस मौके पर कथा व्यास पं. प्रकाश चंद्र विद्यार्थी, संत शरण त्रिपाठी, बाल व्यास आशीष द्विवेदी, राहुल द्विवेदी एडवोकेट तथा रामकथा प्रेमी उपस्थित रहे।

कोई टिप्पणी नहीं