Click now

https://bulletprofitsmartlink.com/smart-link/41102/4

दिल्ली मोदी शाह और नड्डा की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम तय

 लखनऊ दिल्ली मोदी शाह और नड्डा की बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री का नाम तय



अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली


संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ 


आम सहमति होने के बाद ही विधायक दल की बैठक जयपुर में होगी


जब बिना चेहरे का चुनाव जीता गया है, तब वसुंधरा राजे के निवास पर विधायकों को क्यों बुलाया जा रहा है मुख्यमंत्रियों पर पांच दिसंबर की रात को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच लंबी बैठक हुई जानकार सूत्रों के अनुसार इस बैठक में तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम पर निर्णय कर लिया गया है अब तय नामों पर आम सहमति होने पर विधायक दल की बैठक बुलाकर घोषणा कर दी जाएगी  मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में नवनिर्वाचित विधायक पीएम मोदी के निर्देश मानने को तैयार है  लेकिन राजस्थान में थोडा विवाद बताया जा रहा है  यह विवाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के जयपुर स्थित आवास पर आए कुछ विधायकों की वजह से उत्पन्न हुआ है। इन विधायकों को फोन कर राजे के घर पर बुलाया गया और यह प्रचारित करवाया गया कि  एक सौ पन्द्रह भाजपा विधायकों में से सत्तर विधायक वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि राजे के समर्थन में कितने विधायक हैं लेकिन जिस तरह से चार और पांच दिसंबर को भाजपा में विवाद की स्थिति नजर आई हालांकि पांच दिसंबर को प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह और प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने मोर्चा संभाला और हालातों को नियंत्रण में किया  सूत्रों की मानें तो भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने वसुंधरा राजे के घर पर विधायकों को बुलाने को उचित नहीं माना है  भाजपा की राजनीति में कहा जा रहा है कि जब विधानसभा का चुनाव किसी नेता के चेहरे पर नहीं लड़ा गया  तब कोई नेता स्वयं की मुख्यमंत्री बनाने की जिद कैसे कर सकता है  पूरा चुनाव कमल के फूल और मोदी, शाह की रणनीति पर लड़ा गया  प्रदेश की जनता ने भाजपा को बहुमत भी दिया ऐसे में मुख्यमंत्री के चयन का अधिकार भी राष्ट्रीय नेतृत्व को ही है  सूत्रों के अनुसार राजस्थान में राष्ट्रीय नेतृत्व ऐसा मुख्यमंत्री बनाना चाहता है जो लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजस्थान का विकास करें  चूंकि केंद्र में मोदी के नेतृत्व भाजपा की सरकार है, इसलिए प्रदेश की जनता को डबल इंजन की ताकत भी दिखनी चाहिए यह सही है कि कांग्रेस के शासन में विकास कार्यों को लेकर जो बाधाए उत्पन्न हुई थी उन्हें बनाए रखने का अब कोई बहाना नहीं है। लोग समस्याओं का तत्काल समाधान चाहते हैं सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय नेतृत्व का मानना है कि राजस्थान में युवा चेहरा भी होना चाहिए अनुभव को ध्यान में रखते हुए उपमुख्यमंत्री का चयन भी हो सकता है राष्ट्रीय नेतृत्व विधायक दल की बैठक में विलंब भी नहीं चाहता है अगले दो तीन दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी

कोई टिप्पणी नहीं