Click now

https://bulletprofitsmartlink.com/smart-link/41102/4

नासा के पचास प्रतिसत वैज्ञानिक भारतीय यह हमारे शिक्षकों के पुरुषार्थ का परिणाम – डॉ. राजेश्वर सिंह

 लखनऊ नासा के पचास प्रतिसत वैज्ञानिक भारतीय यह हमारे शिक्षकों के पुरुषार्थ का परिणाम – डॉ. राजेश्वर सिंह



अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली


संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ


शिक्षकों ने आज़ादी के बाद बच्चों को सही दिशा दी सशक्त भारत की नीव रखी- डॉ. राजेश्वर सिंह


लखनऊ  वृहस्पतिवार को वृन्दावन योजना स्थित एसकेडी अकेडमी में सर्वजन हिताय संरक्षण समिति द्वारा लखनऊ के सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया कार्यक्रम में सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अधिवर्षता आयु पूर्ण कर शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त हुए शिक्षकों को श्रीमद्भागवत गीता और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किय

इस अवसर पर डॉ. सिंह ने सेवानिवृत्ति को जीवन चरण का एक बिंदु बताया उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के उपरांत शिक्षकों का सामाजिक उत्तरदायित्व और अधिक बढ़ जाता है शिक्षकों द्वारा समाज को दिशा देने का कार्य जीवन पर्यन्त चलता रहता है

इस अवसर पर सरोजनीनगर विधायक ने देश की प्रगति में शिक्षकों के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा कि हमारे शिक्षकों के समर्पण और सेवाभाव के परिणाम स्वरुप आजादी के बाद प्राइमरी स्कूलों की संख्या एक दशमलव पांच लाख से पंद्रह लाख तक पहुच गयी है पिछले सत्थातर वर्षों में देश की साक्षरता दर अठारह से अट्ठातर प्रतिसत तक पहुंची देश के करीब चार  करोड़ चालीस लाख युवा उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं आज नासा का हर दूसरा वैज्ञानिक भारतीय है विश्व के शीर्ष दो प्रतिसत वैज्ञानिकों और चिकित्सकों में लखनऊ के पच्चीस से अधिक वैज्ञानिक  होने का गौरव हमारे शिक्षकों द्वारा अपने शिक्षार्थियों के सपनों के लिए अपनी नींद के बलिदान देने का परिणाम है

सेवानिवृत्त शिक्षक सम्मान समारोह के साथ 'आधुनिक तकनीकी शिक्षा और शिक्षक की बदलती भूमिका' विषय पर आयोजित गोष्ठी में बोलते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आगामी  तीन से पांच वर्ष में डिजिटल आवश्यकताओं के अनुरूप करीब पिच्याषी लाख नौकरियों का स्वरुप बदल जाएगा  आज साक्षरता के मायने बदल चुके हैं, डिजिटल शिक्षा  ही युवाओं का भविष्य है उन्होंने आगे जोड़ा कि सरोजनीनगर के छात्र - छात्राओं को आधुनिक डिजिटल और रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए अब तक क्षेत्र के दस कॉलेजों में स्मार्ट क्लासेज और पच्चीस कॉलेजों में डिजिटल लैब स्थापित की गयी हैं


कार्यक्रम के भव्य आयोजन के लिए डॉ. राजेश्वर सिंह ने एसकेडी एकेडमी के संस्थापक एसकेडी सिंह का आभार ब्यक्त करते हुए उन्हें लखनऊ में शिक्षा जगत का प्रमुख स्तम्भ बताया


सरोजनीनगर विधायक ने कहा कि एसकेडी सिंह की बदौलत लखनऊ ही नहीं बल्कि यूपी और पूरे देश के हजारों छात्र छत्राओं का आईएएस पीसीएस डॉक्टर  इंजीनियर बनाने का सपना पूरा हो सका है


कार्यक्रम में एसकेडी एकेडमी के निदेशक मनीष सिंह प्रिंसिपल डायट अजय कुमार सिंह एच एन पांडेय शिक्षक शैलेन्द्र दुबे, विनय कुमार विनीत रीना त्रिपाठी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य उपस्थित रहे

कोई टिप्पणी नहीं