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अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के द्वारा गायत्री परिवार को समाज कल्याण एवं विचार पलिया कला में दो हिस्सों में बटा गायत्री परिवार

अखिल विश्व गायत्री परिवार शान्तिकुंज हरिद्वार के द्वारा गायत्री परिवार को समाज कल्याण एवं विचार पलिया कला में दो हिस्सों में बटा गायत्री परिवार



उप संपादक मृत्युंजय चौधरी श्री न्यूज़ 24 अदिति न्यूज़ लखनऊ




** **** *अपील* *******

अखिल विश्व गायत्री परिवार, शान्तिकुंज, हरिद्वार के द्वारा गायत्री परिवार को समाज कल्याण एवं विचार क्रान्ति अभियान से जोड़कर समूचे विश्व के कल्याण के अनेक कार्य किये जा रहे हैं। जिसमे गायत्री परिवार, पलिया कलाँ एवं प्रज्ञा मंण्डल बोझवा व महिला मंडल बोझवा, भी लगातार पिछले बीस वर्षों से नौ कुण्डीय गायत्री यज्ञ एवं प्रज्ञापुराण कथा का कार्यक्रम प्रति वर्ष करते आ रहे हैं जिसकी जानकारी ब्लाक समन्वयक जी द्वारा जिला समन्वयक को भी देते रहे है।


सर्वविदित है कि 108 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ बम्हनपुर के कार्यक्रम में पलिया ब्लाक के द्वारा कलश, गुल्लक एवं रशीदो द्वारा कई लाख रुपये का अनुदान दिया गया। इस वर्ष भी नौ कुण्डीय कार्यक्रम प्रज्ञा मण्डल बोझवा द्वारा मार्च माह के अन्त में एवं पलिया के द्वारा 16 मई से 19 मई तक कराया गया जो कि क्षेत्र की जनता द्वारा सहयोग भी बढ़ चढ़ कर किया पाया। परन्तु पुनः एक माह बाद फिर नो कुण्डीय कार्यक्रम पलिया कलाँ में गुटबाजी करते हुए करायाजाना सर्वथा अनुचित है।


दिनांक 14-06-2024 को दिन शुक्रवार को गायत्री परिवार शाखा-पलिया कलाँ एवं प्रज्ञा मण्डल बोझवा व अन्य गायत्री परिजनों की एक बैठक श्री सी० पी० मौर्य जी ब्लाक समन्वयक के आवास पर प्रात: 10.00 बजे की गयी जिसमें इसी बात पर चर्चा की गयी कि कार्यक्रम किसी पर्व विशेष पर गायत्री शक्तिपीठ पलिया पर किया जाये न कि अभी। चूंकि हिटटवेव का यलो एलर्ट हमारे जिले के लिए सरकार द्वारा प्रसारित किया गया है एवं प्रसाशन से कोई अनुमति भी नहीं मिली है इसलिए इसे आगे गुरुपूर्णिमा पर्व पर किया जाये जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। परन्तु फिर भी ब्लाक समन्वयक की बात की अवहेलना करते हुए एवं मंदिर के परिव्राजक की समस्या को न समझते हुए श्री राम राठौर जी द्वारा मंदिर के व्यवस्थापक को अपनी बात बताते और गायत्री परिवार के लोगों को भला बुरा कहते हुए कार्यक्रम का आयोजन करने का दवाब बनाया गया।

 

इसके अतिरिक्त श्री राम राठौर के द्वारा  अपशब्दों का प्रयोग में मीटिंग में किया गया है कि पलिया कलां में गायत्री परिवार का कोई भी सदस्य नहीं हैं और जो हैं उन्हें मैं नहीं मानता है। एवं कार्यक्रम में कोई आयेगा अथवा नहीं आयेगा तब भी कार्यक्रम इसी तारीख में होकर रहेगा।

श्री सलिल अग्रवाल को वास्तविक स्थित का ज्ञान न होने के कारण हामी भरनी पड़ी। जिससे क्षेत्र में गायत्री परिवार में फूट पड़ने की आशंका है जो कि समाज में गलत संदेश जाने से कोई बचा नहीं पायेगा। जिसके जिम्मेदार ब्लाक समन्वयक, एवं जिला समन्वयक व समस्त गायत्री परिवार होगा।

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