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अयोध्या : 11 हजार बिल बताकर काट दी बिजली, 50 घंटे बाद डीएम के आदेश पर जोड़ा कनेक्शन

 अयोध्या : 11 हजार बिल बताकर काट दी बिजली, 50 घंटे बाद डीएम के आदेश पर जोड़ा कनेक्शन 



तो बताने लगे कि 15 हजार बाकी है बिल, जिले के आम आदमी का मनोबल तोड़ने के लिए पूरा नौकरशाही अमला कर रहा है गैरकानूनी, अमानवीय कार्य



अदिति न्यूज /श्री न्यूज 24 अयोध्या


ब्यूरो चीफ अयोध्या


दलबहादुर पांडे

मध्यांचल विघुत निगम के MD को राज्य सूचना आयोग ने किया तलब, बौखलाए जेई विकास आर्या ने कटवा दी शिकायतकर्ता की बिजली जिलाधिकारी के आदेश के बाद भी नही जुड़ा कनेक्शन


डीएम ने दिया बिजली कनेक्शन जोड़वाने का आश्वाशन, बिजली विभाग ने जिले के मुखिया को दिखाया ठेगा


भेजा फर्जी बिल, राज्य सूचना आयोग मे गिड़गिडाते हुए मांगी माफ़ी लेकिन नही संशोधित किया बिजली बिल


5 हजार की रिश्वत ना दे पाने से कारण महीनों से जारी है बिजली विभाग का उत्पीडन, शोषण वाला खेल, जेई विकास आर्या और अधिशासी अभियंता अमित कुमार है मुख्य साजिशकर्ता


बेशर्मी की पराकाष्ठा और गरीब, मजलूमो से घृणा मे मानसिक विक्षिप्त हुआ बिजली विभाग, मुख्यमंत्री के आदेशों को भी लठ्ठ दिखाते हुए शिकायतकर्ता का काटा कनेक्श


मामला जनपद के पूरे हुसैन उप केंद्र विघुत हवाई पट्टी से जुड़ा है पीड़ित शिकायतकर्ता रामराज पुत्र बदलूराम ने हमारे व्युरो को बताया कि उनका विघुत कनेक्शन खाता संख्या : 761627105041 एवं नया 8969832334 उनकी पत्नी अभयराजी के नाम पर हैं जिसमें 7682 रुपये की गलत मीटर रीडिंग कर अवैध / गलत बिल पीड़ित को थमा दिया गया था, पीड़ित ने बिजली विभाग से लेकर नौकरशाहों के सरगना पूर्व जिलाधिकारी नितीश कुमार तक गलत बिल शिकायत और उसमें संशोधन की मांग की थी लेकिन शिकायत पर कार्यवाही नही हो सकी विभाग ने जिलाधिकारी के आदेश को भी लातो से रौद दिया, शिकायत ने जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार सूचनाएं मांगी लेकिन जानकारी प्रथम अपील के बाद भी उपलब्ध नही कराई गई, आहत होकर राज्य सूचना आयोग मे अपील की तो आयोग ने विभाग को तलब कर लिया, जिसमे तत्कालीन अधिशासी अभियंता सत्य नारायण यादव आयोग पहुँचा और लिखित तौर पर विभागीय गलती मानते हुए बताया कि विगत वर्षो मे उपरोक्त क्षेत्र मे शहरी क्षेत्र से विघुत सेवा प्राप्त हो रही है बिल रीडिंग गलत अंकित होने के कारण बिल मे भिन्नता हो जाती है और उसे संशोधित किया जाता है अधिशासी अभियंता ने बिल संशोधन करने का आश्वाशन दिया और पीड़ित से माफी मांगी, लेकिन मौजूदा अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने बेशर्मी दिखाते हुए बिल संशोधित नही करवाया और जेई विकास आर्या ने 30 जुलाई 2024 को बिजली बिल बकाया दिखाकर मुख्यमंत्री के निर्देश कि किसी गरीब, मजलुम को बिजली बिल के संबध मे परेशान ना किया जाए, अनावश्यक कनेक्शन ना काटे जाए को नौकरशाही लठ्ठ दिखाते हुए भीषण गर्मी मे हैवानियत भरा काम किया और जबरन घर मे घुसकर बिजली कनेक्शन काट दिया गया बिल संशोधित करने के लिए 5 हजार की रिश्वत ना दे पाने के कारण महीनों से पीड़ित को प्रताड़ित किया जा रहा है, पीड़ित ने 31 जुलाई को जिलाधिकारी को लिखित शिकायत दिया है और बिल संशोधन और कनेक्शन जोड़ने की मांग की , जिलाधिकारी ने तत्काल कनेक्शन जोड़ने का आदेश दिया लेकिन मनोरोग से ग्रसित विभाग पीड़ित का कनेक्शन जोड़ने नही पहुँच सका, पीड़ित पुनः 1 अगस्त को जिलाधिकारी के पास पहुँचा तब डीएम की फटकार के बाद बिजली कनेक्शन बहाल किया गया है लेकिन जब बिजली काटी तब बिल 11 हजार बताया गया है डीएम के आदेश पर जब पुनः 50 घंटे बाद कनेक्शन जोड़ा गया तब उसका बिल 15 हजार रुपये बता रहे है पीड़ित द्वारा आरटीआई के अनुसार सूचनाएं उपलब्ध नही कराने पर राज्य सूचना मे शिकायत की थी जिसमें बिजली विभाग के एमडी को आयोग ने तलब किया है आवेदन की अपील संख्या : S05/A0088/2024 और S05/A/0135/2024 में अग्रिम पेशी :11 सितम्बर 2024 व अपील सख्या : S09/A/0712/2024 मे अग्रिम पेशी : 6 सितम्बर 2024 नियत है आम आदमी को शोषणकारी नौकरशाही व्यवस्था से लड़ते देख खीझ खाये नौकरशाहों ने ऐसी सुनियोजित साजिश को अंजाम दिया है लेकिन देखना ये है कि ये नौकरीशाही गैंग और हत्यारी व्यवस्था कितने गरीबों का शोषण , मानसिक, आर्थिक उत्पीडन करती है

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