मिल्कीपुर विधान सभा की भूली बिसरी यादे
मिल्कीपुर विधान सभा की भूली बिसरी यादे
अदिति न्यूज /श्री न्यूज 24अयोध्या
ब्यूरो चीफ अयोध्या दलबहादुर पांडेय
शीघ्र ही मिल्कीपुर विधानसभा में उप चुनाव होने वाला है तो पिछले 12 सालों की कुछ भूली बिसरी यादें ताजा हो गई है । पहली घटना अमानीगंज ब्लाक के अमानीगंज बाजार की याद आती है जब एक हिन्दू समाज खासकर ब्राह्मण की बेटी को एक संप्रदाय विशेष के यानी मुस्लिम व्यक्ति ने अपहरण करके उसे ले जाकर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश को बाराबंकी जिले में फेंक दिया गया लाश मिलने पर नामजद रिपोर्ट दर्ज होने पर भी प्रदेश में उस समय की समाजवादी सरकार एवं यहां पर उसी पार्टी का विधायक होने के कारण सम्प्रदाय विशेष को संरक्षण प्राप्त होने के कारण उस लड़की की लाश को रातो रात जे सी बी द्वारा जमीन में दफन करा दिया गया और विरोध करने पर हिन्दू जनमानस को प्रशासन द्वारा प्रताड़ित करवाया गया उस समय भाजपा के एक मात्र विधायक रामचंद्र यादव द्वारा जब विरोध किया गया तो उन्हें भी अपमानित किया गया महीने भर लगातार हिन्दूओं का आक्रोश जारी था।उस समय हिन्दू समाज को अपमानित किया जाता रहा।
दूसरी प्रमुख घटना जो जेहन को हिला कर रख देती है वो है हैरिग्टनगंज ब्लाक की शाहगंज बाजार की घटना जब दुर्गापूजा के अवसर पर एक सम्प्रदाय विशेष ने तांडव शुरू किया तो उस समय के सपा विधायक के इसारे पर बेकसूर ब्राह्मण एवं यादवों को फर्जी तरीके से बिभिन्न संगीन धाराओं में फंसा कर प्रताड़ित किया गया और जो घटना का मुख्य आरोपी था सम्प्रदाय विशेष का होने के नाते उसे माननीय मंत्री जी द्वारा अपनी कार से बचा कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया इसमें जो सपा के कोर वोटर माने जाते है "यादव" उन्हें भी नहीं छोड़ा गया अब कैसे कहे की सपा में यादव सुरक्षित है
तीसरी प्रमुख घटना याद आती है जो पांच नंबर चौराहे जहां सांसद अवधेश प्रसाद ने मकान बनवाया। है यही पर अवधेश प्रसाद ने बैठक बुलाई थी इस बैठक में भरी सभा में चुन चुन कर ब्राम्हण समाज केअग्रणी लोग को गालियां दी गई थी उसी सभा के बाद ब्राह्मण व यादव में दूरियां बढ़ी जो आज भी कायम है यह घटना भी माननीय वर्तमान सांसद के इशारे पर ही घटित हुई थी।
इस घटना के सूत्रधार भी समाजवादी पार्टी की एक प्रदेश स्तरीय पदाधिकारी व मिल्कीपुर के पूर्व विधायक ही थे इस घटना को कराने का मकसद सिर्फ और सिर्फ एक था पिछले विधानसभा चुनाव में यादव समाज का माननीय जी को केवल 50% मत प्राप्त हुआ था । माननीय की सोच यही थी कि ऐसा करने से पूरा का पूरा यादव समाज उनके पाले में आ जायेगा परन्तु उप चुनाव में ऐसा सम्भव होता नहीं दिख रहा है क्योंकि आपको बताते चले मिल्कीपुर क्षेत्र के एक कद्दावर यादव नेता जो यादव समाज के सिरोमणि माने जाते है उनके साथ एवं उनके परिवार के साथ आपने क्या किया है उन्हें सब मालूम है सांसदी में इसलिए वोट दे दिया क्योंकि अखिलेश यादव ने कहा था मेरी इज्जत बचा लेना। क्या पूरे जिले सपा में कोई एस सी नेता नहीं है जो चुनाव लड सके। चौथी घटना हल्ले द्वारिका में हुई थी जहाँ ब्राह्मणों का घर ही नहीं इस घटना के बाद पूरे गाँव को जला दिया गया। बहू-बेटियों को नंगा कर दिया गया। जानवरों को जला दिया गया घर के अनाज को निकाल निकाल कर उसमें आग लगा दिया गया। बच्चों के साथ बर्बता की गई। खब्बू तिवारी बाबा गोरखनाथ व डॉ. अमित सिंह इस घटना में आगे आये तो ब्राह्मणों की तरफ से मुकदमा पंजीकृत हुआ। तब मंत्री जी कहां थे।*श
जो आज ब्राह्मण व क्षत्रियों के वोट के तड़फ रहे हैं। उस समय
इन्हें यह डर था कहीं मेरा वेस बोट मुझसे नाराज न हो जाये जब मुशीबत के समय मा० मंत्री जी आप काम नहीं आये तो आप अब क्यों परेशान हैं।अब बात वर्तमान उप चुनाव की हो जाय
इस चुनाव में मै सिर्फ इतना*कहना चाहता हूँ की वोट करते समय इतना ध्यान रखना है की इस प्रकार की घटनाओ की पुनरावृत्ति ना हो मैं ये भी नहीं कहता की आप लोग भाजपा को वोट करें आप सभी वोट करते वक्त सिर्फ और सिर्फ इतना सोचयिगा की राष्ट्रहित में हमारे आराध्य प्रभु राम के घर के हित में कौन पार्टी काम कर रही है। हिन्दू समाज की लड़ाई कौन लड रहा है।
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