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मिल्कीपुर में सुविधा शुल्क लेकर नौनिहालों का धड़ल्ले से बनाया जा रहा आधार कार्ड।

 मिल्कीपुर में सुविधा शुल्क लेकर नौनिहालों का धड़ल्ले से बनाया जा रहा आधार कार्ड।



अभिभावकों द्वारा सुविधा शुल्क का विरोध करने पर, आधार कार्ड बनना हुआ बंद।


अदिति न्यूज़ श्री न्यूज़ 24 अयोध्या 


जिला संवाददाता उमाशंकर तिवारी 



मिल्कीपुर, अयोध्या।

बाल विकास परियोजना कार्यालय मिल्कीपुर पर सुविधा शुल्क लेकर नौनिहालों का आधार कार्ड बनाने का मामला प्रकाश में आया है। नौनिहालों का आधार कार्ड बनवाने आए अभिभावकों द्वारा सुविधा शुल्क न देने का विरोध करने पर आधार कार्ड बनाने का कार्य रोक दिया गया है।

बता दें कि जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा सभी अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है कि सरकारी कार्यालयों में प्राइवेट कर्मियों से कार्य न कराया जाए, यदि कोई प्राइवेट कर्मी कार्यालय में कार्य करते मिले तो उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाए। वहीं मुख्यमंत्री के आदेशों व निर्देशों को दरकिनार करते हुए बाल विकास परियोजना कार्यालय मिल्कीपुर द्वारा अपने ही कार्यालय में प्राइवेट ऑपरेटर रखकर नौनिहालों का आधार कार्ड बनवाने का कार्य किया जा है। बाल विकास परियोजना कार्यालय मिल्कीपुर पर बच्चों का आधार कार्ड बनवाने आए राम दर्शन, ओमिनी, कृष्ण मूर्ति व विरेन्द्र कुमार सहित दर्जनों अभिभावकों ने बताया कि आधार कार्ड बनाने हेतु उनसे 200 तथा 300 रुपए लिए तब उनके बच्चों का आधार कार्ड बनाया गया है। सुविधा शुल्क लेकर आधार कार्ड बनाए जाने का जब वहां मौजूद अभिभावकों द्वारा विरोध किया गया तो कार्यालय के लिपिक राम सुरेश वर्मा ने आधार कार्ड बनाने आए प्राइवेट आपरेटर को कार्यालय से बाहर निकाल दिया और आधार कार्ड बनाने का कार्य बंद करा दिया। सबसे मजे की बात तो यह है कि कार्यालय में तैनात लिपिक राम सुरेश वर्मा के फिंगर से आधार कार्ड बनाने का कार्य हो रहा है। आधार कार्ड बनने का कार्य बंद होने से कार्यालय पर क्षेत्र से आए नौनिहालों तथा अभिभावकों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा हैं। 

बाल विकास परियोजना अधिकारी प्रियंका दुबे ने बताया कि एक आधार कार्ड बनाने के लिए 200 रुपए प्रति बच्चे पर लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 100 रुपए जीएसटी सहित अन्य फीस आनलाइन कटती है तथा 100 रुपए प्राइवेट आपरेटर को दिया जा रहा है। प्राइवेट आपरेटर रखा गया है जिसको विभाग से कोई पैसा नहीं दिया जा रहा है।

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