चुनाव हारने के बाद भी विकास कार्यों को गति दे रहे कृपाशंकर
चुनाव हारने के बाद भी विकास कार्यों को गति दे रहे कृपाशंकर
जौनपुर स्थित कार्यालय पर सुनते हैं जनता की समस्याएं
जौनपुर
भारतीय जनता पार्टी ने गत लोकसभा चुनाव में महाराश्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को प्रत्याशी के रूप में उतारा तो जनता के बीच यह चर्चा हो रही थी कि वे मुंबई में राजनीति करने वाले है। सदैव महाराश्ट्र उनकी कर्मभूमि रही। वे जीत भी जायेंगे तो मुंबई में ही रहेंगे। जनपद के लोग उनसे मिल नहीं पायेंगे। यद्यपि कृपाशंकर सिंह उक्त चुनाव में हार गये परंतु चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने जौनपुर की सेवा करने का वादा जनता के बीच किया था, उसे मूर्त रूप देने में कोई कोर कसर बाकी नहीं लगा रहे हैं। जनता की समस्याओं को सुनने और उनके निराकरण हेतु उन्होंने नगर में ही अपना स्थायी आवास एंव कार्यालय भी बना रखा है। वे प्रायः महीने में तीन चार बार तो अपने जौनपुर स्थित कार्यालय पर आते ही हैं। लोग उनके आगमन की प्रतीक्षा करते रहते हैं। यहां आते ही उनसे मिलने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ती है और भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह भी बढ़ जाता है। श्री सिंह लोगों की समस्याएं सुनते हैं और उनके निराकरण हेतु संबंधित अधिकारियों से लेकर मुख्यमंत्री से लेकर केन्द्रीय मंत्रियों तक से मिलते रहते हैं। हाल में ही पूर्व गृह राज्यमंत्री ने नगर के पालीटेक्निक चौराहे से मंडी अहमद खां होते हुए सिटी स्टेशन पर जाने वाली सड़क के चौड़ीकरण हेतु लोक निर्माण विभाग से स्वीकृति दिलायी। इसके अलावा जौनपुर-शाहगंज रेल सेक्शनके समपार सं. 43 ए एवं 42 ए पर उपरिगामी सेतु स्वीकृत कराया। इसी क्रम में बख्शा, तेजी बाजार, उसरा बाजार-तेजी बाजार मार्गों पर भी रेलवे क्रासिंग पर उपरिगामी सेतु की मंजूरी दिलायी। पूर्व प्रत्याशी ने बख्शा सराहरखू के बीच बेलापार गांव में अंडर पास स्वीकृत कराया जिनका निर्माण शीघ्र ही आरंभ होने की संभावना है। पूर्व गृह राज्यमंत्री वीरबहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय को केन्द्रीय विश्वविद्यालय का गौरव दिलाने हेतु प्रयासरत है। अब जौनपुर संसदीय क्षेत्र की जनता को पिछले चुनाव में की गयी भूल का पछतावा हो रहा है।
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