नव वर्ष के शुभ अवसर पर आरोग्य भारती के द्वारा वन औषधि प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
नव वर्ष के शुभ अवसर पर आरोग्य भारती के द्वारा वन औषधि प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
लखीमपुर
आज नव वर्ष के शुभ अवसर पर आरोग्य भारती के द्वारा वन औषधि प्रचार-प्रसार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जिसमें नीम के दिव्य गुणो के बारे में लोगों को बताया गया और मेष राशि में सूर्य संचरण के दौरान प्रतिदिन पांच- पांच नीम के पत्ते सेवन करने के लिए आग्रह किया गया, साथ ही उनके स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं दी गई। यह वन औषधि प्रचार -प्रसार का कार्यक्रम माता संकटा मैया मन्दिर प्रांगण से प्रारंभ होकर बाजार के मुख्य मार्ग की सभी दुकानों पर नीम के गुण एवम उपयोग विधि से अंकित पत्रक व्यापारियों तथा आम जन मानस मे वितरित कर नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की। वन औषधि हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान रखता है नीम वन औषधियों में प्रमुख है।नीम एक उच्च कोटि का रोग प्रतिरोधक क्षमता रखने वाला पौधा है। इसका जड़ से लेकर फल और बीज तक सभी कुछ उपयोगी होता है। प्राचीन ऋषि मुनि नीम के औषधीय गुणो को विधिवत जानते थे और इसका उपयोग करते हुए अपने जीवन को स्वस्थ रखते थे। इसीलिए आरोग्य भारती आपके अच्छे स्वास्थ्य हेतु अपनी प्राचीन परंपरा को याद दिलाते हुए पुनः नीम के पारंपरिक सेवन का आग्रह करती है। आज के इस कार्यक्रम में डॉ अश्वनी गुप्ता( उपाध्यक्ष ,अवध प्रांत) जिला टीम से आरोग्य भारती के संरक्षक डॉ डी. के. वर्मा, जिला अध्यक्ष डॉ सुशील वर्मा, उपाध्यक्ष डॉ गौरव गोयल जी, अनिल तिवारी , जिला सचिव हरे कृष्ण अवस्थी, संगठन सचिव डॉ अमित विश्वकर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य डॉ सुरेश ,के साथ-साथ राजेश शुक्ला प्रधानाचार्य (सरस्वती ज्ञान मंदिर), शिव नारायन सिंह,कमलेश गुप्ता ,श्रीमती शकुंतला गुप्ता , कुश मिश्रा एवं रचित कश्यप जी के साथ-साथ कई व्यापारी बंधु भी उपस्थित रहे।
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