डॉ० अम्बेडकर की जयन्ती के पूर्व दिवस पर आयोजित वैचारिक सम्मेलन'
डॉ० अम्बेडकर की जयन्ती के पूर्व दिवस पर आयोजित वैचारिक सम्मेलन'
लखनऊ 13 अप्रैल 2025। भारतीय संविधान में जनता के लिए बताये गये कर्तव्यों का पालन करने से अपराध मुक्त,जातीय विद्वेष की भावनाओं से मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, सामाजिक विषमता मुक्त व नशामुक्त समाज का निर्माण होगा। उक्त बात को अपने संबोधन में आज लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई साइन्टिफिक कन्वेंशन सेन्टर में डॉ० अम्बेडकर की जयन्ती के पूर्व दिवस पर आयोजित वैचारिक सम्मेलन' में पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा। वैचारिक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कौशल किशोर ने दावा किया कि यदि देश की आजादी के समय से जनमानस को नैतिक कर्तव्यों का निर्वहन कराने का कार्य किया गया होता तो आज समाज में अपराध न्यूनतम होते व नशामुक्त,भ्रष्टाचार मुक्त भारत बन गया होता।
बेईमानी करना,रिश्वतखोरी करना, जातीय विद्वेष मानना, जातिवाद व फिरकापरस्ती व तुष्टीकरण करना, नशा बेचना व नशा कराना, नई पीढ़ी के लोगों को सिखाना, जनद्रोही कार्य करना, विकसित भारत एवंआत्मनिर्भर भारत बनाने में सबसे बड़ी बाधा पहुँचाने वाला कार्य है। यदि समाज के सभी नेतागण,अधिकारीगण, समाजसेवी एव कर्मचारीगण, मजदूर वर्ग, किसान व व्यापारी सभी भारत के संविधान में बताये गये जनता के क्तव्यों का पालन करने लगें तो हमारा देश दुनिया का सबसे अच्छा एवं विकसित तथा आत्मनिर्भर व नशामुक्त तथा भ्रष्टाचारमुक्त देश व समाज बन जायेगा।जनता से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सभी लोगों को जनता के कर्तव्यों का निर्वहन खुद करने के साथ-साथ बड़े आन्दोलन की जरूरत है। इस सम्मेलन को उOप्र0 अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के मा० अध्यक्ष बैजनाथ रावत व मा0 विधायक जयदेवी कौशल, मा० मा विधायक अमरेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया और सभी लोगों ने अपने जीवन में अपने साथी, पड़ोसियों व रिश्तेदारों को जनता के कर्तव्यों का पालन कराने का सामाजिक जागरुकता आन्दोलन चलाने की आवश्यकतापर बल दिया।
इस वैचारिक सम्मेलन में लगभग पांच हजार समाजसेवी, अम्बेडकरवादी, कबीरपन्थी,बौद्धिष्ट व सामाजिक संगठन चलाने वाले समाजसेवी, डॉक्टर, इन्जीनियर, कर्मचारी, अधिकारी,रिटायर्ड अधिकारी व कर्मचारी उ०प्र० के सभी 75 जनपदों से शामिल हुए। पूरा हाल खचाखचभरा था। हाल की फर्स पर तथा गैलरी में एल०ई०डी० लगाकर हजारों लोग इस वैचारिकसम्मेलन को सुन रहे थे। इस वैचारिक सम्मेलन में पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने सम्मेलन में आये लगभग पांच हजार लोगों को भारतीय संविधान में जनता के कर्तव्यों का निर्वहन(पालन) अपने जीवन में करने का संकल्प भी कराया। अमेठी से उप संपादक सूरज तिवारी की खास रिपोर्ट
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