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स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता एवं चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा शुक्रवार देर रात्रि किया गया औचक निरीक्षण।

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता एवं चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा शुक्रवार देर रात्रि किया गया औचक निरीक्षण।



स्वास्थ्य केंद्रों में लापरवाही पर सख्ती, सीडीओ के निरीक्षण से कर्मचारियों में मचा हड़कंप।


रात्रिकालीन निरीक्षण के उपरांत पाई स्वास्थ्य सेवाओं की कमियों को दुरुस्त करने के निर्देश।


अमेठी। जनपद अमेठी में स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता तथा चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति की समीक्षा के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल द्वारा दिनांक 16 मई 2025 को बिना पूर्व सूचना के रात्रिकालीन औचक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण जनसामान्य को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण एवं ससमय स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराए जाने की मंशा से किया गया।


निरीक्षण का आरंभ रात्रि 09:50 बजे जनपद के जिला चिकित्सालय गौरीगंज से किया गया। निरीक्षण के समय मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंशुमान सिंह, उप जिलाधिकारी गौरीगंज प्रीति तिवारी, चिकित्सक डॉ. पितांबर कन्नौजिया तथा फार्मासिस्ट जितेन्द्र पटेल उपस्थित पाए गए। चिकित्सालय के सीएमएस के विषय में जानकारी ली गई तो बताया गया कि वे भोजन हेतु बाहर गए हैं। निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि चिकित्सकों की पालीवार ड्यूटी निर्धारित नहीं की गई है तथा आपातकालीन कक्ष में भर्ती किए गए रोगियों की औषधीय पर्चियाँ अथवा रोग विवरण पंजी तैयार नहीं किया जा रहा है। चिकित्सालय परिसर की स्वच्छता व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी।


वार्ड में भर्ती रोगियों से संवाद किया गया, जिनके द्वारा यह अवगत कराया गया कि उन्हें नियत समय पर भोजन प्राप्त हो रहा है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से निर्देश दिए गए कि पसीएमएस यह सुनिश्चित करें कि समस्त चिकित्सकों की पालीवार ड्यूटी निर्धारित कर प्रतिदिन विवरण साझा किया जाए। चिकित्सालय में स्वच्छता व्यवस्था में सुधार लाया जाए तथा आपातकालीन एवं सामान्य कक्षों में भर्ती होने वाले प्रत्येक रोगी की रोग विवरण पर्ची अनिवार्य रूप से तैयार की जाए, जिससे उपचार में सुविधा प्राप्त हो एवं रोगी को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।


इसके पश्चात रात्रि 10:46 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अमेठी का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उप जिलाधिकारी अमेठी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सक डॉ. उमेश कुमार, फार्मासिस्ट कमलेश कुमार तथा एमओआईसी डॉ आलोक तिवारी उपस्थित रहे। इस केंद्र पर भी भर्ती किए जा रहे रोगियों की रोग विवरण पर्चियाँ तैयार नहीं की जा रही थीं तथा चिकित्सकों की पालीवार ड्यूटी निर्धारित नहीं की गई थी। केंद्र की स्वच्छता व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं पाई गई।


मुख्य विकास अधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि केंद्र की स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए, चिकित्सकों की पालीवार ड्यूटी निर्धारित कर अनुपालन सुनिश्चित किया जाए तथा भविष्य में इस प्रकार की उदासीनता न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। यह भी निर्देशित किया गया कि प्रत्येक रोगी को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवा प्राप्त हो एवं किसी भी स्तर पर सेवा में बाधा उत्पन्न न हो।


तत्पश्चात रात्रि लगभग 11:25 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, संग्रामपुर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय उप जिलाधिकारी अमेठी एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित समस्त स्वास्थ्य कार्मिक उपस्थित पाए गए। इस केंद्र की स्वच्छता व्यवस्था संतोषजनक पाई गई एवं भर्ती रोगियों को नियमित रूप से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान एक सामान्य प्रसव सम्पन्न हुआ जिसमें माता एवं शिशु दोनों स्वस्थ पाए गए।


मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि केंद्र पर समस्त चिकित्सकों की पालीवार ड्यूटी का निर्धारण अनिवार्य रूप से किया जाए, रोग विवरण पर्ची प्रत्येक भर्ती रोगी हेतु तैयार की जाए, केंद्र की समस्त स्वच्छता व्यवस्थाएँ संतोषजनक बनी रहें एवं ओ० पी० डी० के माध्यम से भर्ती होने वाले रोगियों का विवरण अभिलेखित किया जाए। इसके अतिरिक्त यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शासन की स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ पात्र लाभार्थियों को शासनादेशों के अनुरूप समयबद्ध रूप से प्राप्त होता रहे।


*जिला सूचना कार्यालय अमेठी द्वारा जारी।*

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