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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक।



भूगर्भ जल संकट से निपटने की दिशा में अमेठी प्रशासन सक्रिय, भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक में लिए गए कई अहम निर्णय।


श्री न्यूज़ 24 से अयोध्या मंडल ब्यूरो चीफ शुकुल बाजार अमेठी से  रामधनी शुक्ला की रिपोर्ट



जिलाअमेठीआदित्य न्यूज़। जल संकट की समस्या से निपटने और भूगर्भ जल स्तर को बेहतर बनाने के लिए अमेठी प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है। इसी क्रम में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी संजय चौहान की अध्यक्षता में 




जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में भूगर्भ जल के संरक्षण, पुनर्भरण (रिचार्ज), रेन वाटर हार्वेस्टिंग, चेक डैम निर्माण और ग्राउंडवाटर डेवलपमेंट पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने लघु 


सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता को निर्देश दिए कि जिले में एक व्यापक सर्वेक्षण कराया जाए, जिससे उन क्षेत्रों की पहचान की जा सके जहां भूगर्भ जल स्तर अत्यंत नीचे पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि ऐसे चिन्हित क्षेत्रों में मनरेगा के तहत तालाब खुदवाए जाएं ताकि वर्षा काल में उन तालाबों में 



जल संग्रह कर भूगर्भ जल स्तर को पुनः संतुलित किया जा सके। इसके अलावा जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि जनपद में बनने वाली नई इमारतों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए और लोगों को इसके लिए प्रेरित किया जाए। उनका कहना था कि वर्षा जल को रोकने और 




उसका उपयोग करने से भूजल स्तर में सुधार संभव है। उन्होंने नई तकनीकों के प्रयोग द्वारा जल संरक्षण के उपायों को अपनाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में सहायक अभियंता लघु सिंचाई ने बताया कि 



भूगर्भ जल दोहन के लिए ग्राउंडवाटर डेवलपमेंट पोर्टल पर तीन श्रेणियों के आवेदन प्राप्त होते हैं—कृषि कार्य, ड्रिलिंग एजेंसी और व्यावसायिक उपयोग हेतु। वर्तमान में कृषि हेतु तीन, व्यावसायिक कार्य हेतु तीन और ड्रिलिंग एजेंसी हेतु दो आवेदन लंबित हैं, जिन्हें जिला 



भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की संस्तुति के बाद अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया जाना है। इस संबंध में जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) अर्पित गुप्ता और जिला विकास अधिकारी 



वीरभानु सिंह की दो सदस्यीय समिति गठित कर आवेदन पत्रों की जांच कर शीघ्र आवश्यक निर्णय लेने के निर्देश दिए। बैठक में भूगर्भ जल प्रबंधन समिति के सदस्य व पर्यावरणविद् डॉ. अर्जुन पांडे ने भी जल संकट के समाधान हेतु अपने बहुमूल्य सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने जल संचयन की परंपरागत पद्धतियों के साथ-साथ वैज्ञानिक 



उपायों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अर्पित गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अंशुमान सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी रणवीर मिश्र, जिला विकास अधिकारी वीरभानु सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।




शुकुल बाजार अमेठी से मंडल ब्यूरो चीफ रामधनी शुक्ला की आदित्य न्यूज़ से बड़ी खबर

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