साइबर क्राइम पुलिस टीम गाजियाबाद ने साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग के 5 सदस्यों को किया गिरफ्तार
साइबर क्राइम पुलिस टीम गाजियाबाद ने साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग के 5 सदस्यों को किया गिरफ्तार
मोहित त्यागी
स्वतंत्र पत्रकार
थाना साइबर क्राइम, कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा विभिन्न बीमा कम्पनियों के प्रतिनिधि/बीमा लोकपाल बनकर, कॉल कर बीमा पॉलिसी में अधिक मुनाफा कमाने / Matured Policy के पैसों से बिटकाइन खरीदने, आनलाइन टास्क फ्रॉड एवं आनलाइन होटल बुकिंग के नाम पर साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग के 05 सदस्य गिरफ्तार।
गैंग के कब्जे से 05 मोबाइल फोन, 01 लैण्डलाईन डिवाइस, 02 चेक, 01 एटीएम कार्ड, महिन्द्रा XUV 500 कार, 1 लाख 83 हजार रुपये नगद बरामद, कुल 44 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड की घटनाओं का अनावरण।
गाजियाबाद। थाना साइबर क्राइम टीम के द्वारा फोन पर विभिन्न बीमा कम्पनियों के प्रतिनिधि/बीमा लोकपाल के रूप में कॉल कर बीमा पॉलिसी में अधिक मुनाफा कमाने/Matured Policy के पैसों से बिटकाइन खरीदने, आनलाइन टास्क कम्पलीट कर पैसे कमाने एवं आनलाइन होटल बुकिंग के लिये अपने खातों में पैसे ट्रांसफर कराकर साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग के सदस्य अभियुक्त रवि प्रताप, विकास कुमार, नवीन प्रताप, अनुज, गुंजन को साइबर अपराध में प्रयुक्त 05 मोबाइल फोन, 01 लैण्डलाईन डिवाइस, 02 चेक, 01 एटीएम कार्ड, 1 लाख 83 हजार रुपये नगद, महिन्द्रा XUV 500 कार के साथ थाना क्षेत्र विजय नगर, कमिश्नरेट गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया है। साथ ही अभियुक्तों द्वारा की गई 44 लाख रुपये साइबर ठगी की घटनाओं का अनावरण करते हुए 3 राज्यों की 3 घटनाओं का अनावरण किया गया है।
यहां आपको बता दें कि दिनांक 24.10.2024 से 08.06.2025 तक महीपाल बिष्ट के साथ मोबाइल फोन के माध्यम से कॉल कर Matured Insurance Policy के पैसों से बिटकाइन खरीदने के नाम पर विभिन्न खातों में कुल करीब 36 लाख रुपये ट्रांसफर कराकर साइबर फ्राड की घटना को अंजाम दिया गया। उक्त घटना के सम्बन्ध में महीपाल बिष्ट द्वारा दिनांक 03.07.2025 को थाना साइबर क्राइम पर अभियोग पंजीकृत कराया था।
घटना का अनावरण करते हुए धवल जायसवाल पुलिस उपायुक्त नगर/मुख्यालय ने बताया कि अभियुक्त रवि प्रताप पुत्र अनिल कुमार ने पूछने पर बताया कि वह वर्ष 2020 में नोएडा में प्राइम फोलियो में नौकरी करता था। इस कंपनी में विभिन्न बीमा पॉलिसी कंपनी रिलांयस, भारती हेक्सा, सिगना टीटीके, एचडीएफसी तथा बजाज की जीवन बीमा पॉलिसी तथा हेल्थ बीमा पॉलिसी का अधिकृत ग्राहक सेवा केन्द्र था, जिसमें इन बीमा पॉलिसी कंपनियों के जीवन बीमा तथा हेल्थ बीमा पॉलिसी के धारकों को पॉलिसी से सम्बन्धित जानकारी दी जाती थी। इस कंपनी में उसके साथ विकास कुमार व संकेत त्यागी भी काम करता था। कंपनी में काम करने के दौरान इनकी आपस में जान-पहचान हो गयी थी। संकेत त्यागी ने प्राइम फोलियो कंपनी से इन बीमा पॉलिसी कंपनियो के पॉलिसीधारकों की पर्सनल डिटेल प्राप्त कर ली थी। इसके बाद रवि प्रताप, विकास कुमार तथा संकेत त्यागी ने प्राइम फोलियो कंपनी से नौकरी छोड़ दी और इसके बाद इन लोगों ने मिलकर विभिन्न बीमा पॉलिसी
कंपनियों का बीमा लोकपाल अधिकारी बनकर इन बीमा पॉलिसियों के पॉलिसीधारकों को अलग-अलग मोबाइल नम्बरों से कॉलिंग कर बीमा पॉलिसियों में अधिक लाभ का झूठा लालच देकर पॉलिसीधारकों से विभिन्न खातों में पैसे ट्रांसफर कराये। ये लोग पॉलिसीधारकों से पैसे ट्रांसफर कराने के लिए अपने साथी अनुज कुमार, सोनू कुमार, मनोज कुमार, अमन कुमार तथा गुंजन के खातों का प्रयोग करते थे और इन पैसों को एटीएम के माध्मय से निकालकर आपस में बांट लिया करते थे।
इन लोगों ने पॉलिसीधारकों को फोन करने के लिए फर्जी आईडी के प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड नोएडा सेक्टर 63 से चलते फिरते केनोपी वालों से खरीदे थे। रवि प्रताप ने अपने साथी विकास कुमार, नवीन प्रताप के साथ मिलकर गाजियाबाद निवासी महीपाल बिष्ट के साथ Matured Policy के पैसों से बिटकाइन खरीदने के नाम पर फ्रॉड किया था, महीपाल बिष्ट ने फ्रॉड होने के बाद इन लोगों को फोन करके बताया कि उसने इन लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखवा दिया है। इस बात का पता चलते ही इन लोगों ने कॉलिंग वाले सिम व मोबाइल तथा एटीएम को तोड़कर नाले में फेक दिये थे। बरामद गाड़ी जो रवि प्रताप के नाम पर रजिस्टर्ड है, की किस्त भी रवि प्रताप साइबर फ्राड के पैसों से ही चुका रहा है और इस गाड़ी का प्रयोग पॉलिसीधारकों को कॉलिग करने व एटीएम से पैसे निकालने के लिए कर रहे है।
इन लोगों से बरामद मोबाइल फोन, बैंक खाते तथा मोबाइल फोन में उपलब्ध दस्तावजों/चैट/विभिन्न बीमा कम्पनियों की पालिसियों के डाटा आदि से 3 राज्यों की कुल 3 घटनाओं का खुलासा हुआ है, जिसमें उत्तर प्रदेश राज्य के गाजियाबाद निवासी महीपाल बिष्ट के साथ Matured Policy के पैसों से बिटकाइन खरीदने के नाम पर करीब 36 लाख रुपये अपने खातों में ट्रांसफर करा लेने की ठगी के सम्बन्ध में अभियोग पंजीकृत हैं। तेलंगाना राज्य के हैदराबाद सिटी निवासी नरसिम्हा के साथ घर बैठे आनलाइन टास्क कम्पलीट कर मुनाफा कमाने के नाम पर करीब 8 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड एवं तमिलनाडु राज्य के नीलगिरी निवासी वी सर्वनन के साथ ऑनलाइन होटल बुकिंग के नाम पर अपने खातों में करीब 35 हजार रुपये ट्रांसफर करा लेने के साइबर फ्रॉड की घटना NCRP पोर्टल पर पंजीकृत है।
अभियुक्तों के मोबाइल फोन से बरामद दस्तावजों/चैट/कम्पनियों की पालिसियों के डाटा के विश्लेषण से तेलंगाना राज्य के हैदराबाद सिटी एवं तमिलनाडु राज्य के नीलगिरी के व्यक्तियों के साथ साइबर धोखाधड़ी की घटना का पता चला है इनसे सम्पर्क कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत विवरण प्राप्त कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। अभियुक्तों ने अब तक करीब 44 लाख रुपये के साइबर फ्रॉड की घटना कारित करना स्वीकार किया है।
अभियुक्त रवि प्रताप व अभियुक्त विकास कुमार पूर्व में साइबर धोखाधड़ी की घटना में थाना साइबर क्राइम द्वारिका, दिल्ली से जेल चा जुके हैं एवं अभियुक्त अनुज थाना जनपद जालौन से चोरी की 2 घटनाओं में जेल जा चुका है।
गिरफ्तार अभियुक्त गण रवि प्रताप 12वीं, विकास कुमार बी. काम., नवीन प्रताप बी.ए., अनुज 6वीं और गुंजन 12वीं पास है। इनको थाना साइबर क्राइम पुलिस टीम, कमिश्नरेट गाजियाबाद ने विजय नगर, थाना क्षेत्र कमिश्नरेट गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है।
Post a Comment