सुल्तानपुर में नगर पालिका की लापरवाही
सुल्तानपुर में नगर पालिका की लापरवाही
कचरे के ढेर में पॉलीथिन खाते मवेशी:प्रतिबंध के बावजूद सड़कों पर बिखरी प्लास्टिक, आवारा पशुओं की सेहत को खतरा
सुल्तानपुर नगरपालिका क्षेत्र में सिंगल यूज प्लास्टिक पर सरकारी प्रतिबंध सिर्फ कागजों तक सीमित है। नगर के कचरे के ढेरों में प्लास्टिक थैलियों की भरमार है। आवारा मवेशी भोजन की तलाश में इन थैलियों को खा रहे हैं।
सड़कों पर घूम रहे गोवंश को सरकार ने निराश्रित घोषित किया है। लेकिन इनके संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ये पशु भूख मिटाने के लिए कचरे के ढेरों में खाना खोजते हैं।
स्थानीय बाजारों में अधिकतर लोग खरीदारी के लिए अपने थैले नहीं लाते। दुकानदार सामान प्लास्टिक थैलियों में देते हैं। इस्तेमाल के बाद लोग इन्हें कहीं भी फेंक देते हैं। इससे शहर में प्लास्टिक कचरे के पहाड़ बन गए हैं।
पॉलीथिन से पशुओं को हो रहा नुकसान
पॉलीथिन का उपयोग मनुष्य के लिए सुविधाजनक होगा लेकिन यह गायों के लिए एक बड़ा खतरा बन रही है। खासतौर पर उन गोवंशीय पशुओं के लिए जो सब्जी मंडियों के आसपास या घरों के बाहर कूड़े के ढेर में चारा तलाशते हुए पॉलीथिन को निवाला बना लेते हैं। सुल्तानपुर में शहरी क्षेत्र और आसपास की गायों के पॉलीथिन से भरे फूले पेट आसानी से देखे जा सकते हैं। श्री न्यूज़ 24सुल्तानपुर से वियूरो चीफ शेष कुमार सिंह की रिपोर्ट
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