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जिला अस्पताल के चोरी गए कंप्यूटर में दो गिरफ्तार

 जिला अस्पताल के चोरी गए कंप्यूटर में दो गिरफ्तार




श्री न्यूज 24

रंजीत राज

कौशांबी




जिला अस्पताल के कंप्यूटर चोरी के इस खेल में बड़ी साजिश की आ रही बू कंप्यूटर चोरी के इस खेल का मास्टरमाइंड पुलिस गिरफ्तार से दूर जांच हुई तो कई चेहरे होंगे बेनकाब कौशाम्बी जनपद मुख्यालय मंझनपुर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय से बड़ी संख्या में कंप्यूटर चोरी हो गए और इस मामले की भनक किसी को नहीं लगी कंप्यूटर चोरी के मामले में कस्बे के एक दुकानदार महेश कुमार और जिला अस्पताल के एम्बुलेंस चालक राजू पुत्र प्रेम सिंह लोधी को मंझनपुर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से 5 कंप्यूटर सेट बरामद हुआ है। 


जिला अस्पताल से चोरी के कंप्यूटर में किसी साजिश की बड़ी बू आ रही है अस्पताल परिसर से चोरी गए कंप्यूटर की दो बार तहरीर बदले जा चुके हैं अस्पताल के मुख्य गेट पर ताला बंद रहता है और अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक उसकी चाबी वार्ड ब्वॉय के पास रहती है लेकिन मुख्य गेट का ताला नहीं टूटा और कंप्यूटर चोरी के मामले में वार्ड ब्याय को दोषी भी नहीं माना गया है तो फिर जिला अस्पताल से कंप्यूटर कैसे चोरी हो गए  यह सवाल अनुत्तरित ही रह गया जिस कमरे से कंप्यूटर चोरी हुई है उस कमरे की देखरेख की जिम्मेदारी अरिमर्दन सिंह को दी गयी है पहले कुछ पार्ट्स गायब किए जाने की बात की जा रही थी और फिर कंप्यूटर बरामद हो गया इस बीच दो बार तहरीर बदले जा चुके हैं डायलिसिस विंग के बगल में भी कुछ कंप्यूटर मिले हैं वहां तक कंप्यूटर कैसे पहुंचे इस पर भी जांच नहीं हुई है।


जिला अस्पताल से कंप्यूटर कब चोरी हुए हैं इसका भी उल्लेख जिम्मेदारों ने नहीं किया है चोरी के बाद तत्काल पुलिस को सूचना भी नहीं दी गई है इससे उनकी लापरवाही साफ प्रतीत होती है स्टोर इंचार्ज की जिम्मेदारी क्या है उसकी जवाबदेही क्या है कैसे एंबुलेंस चालक ने जिला अस्पताल के अंदर कमरे में ताले में बंद कंप्यूटर को चोरी कर एक दुकानदार के हाथ बेच लिया है यह तमाम सवाल इस खुलासे में अनुत्तरित ही रह गए हैं यदि जिला अस्पताल से चोरी गए कंप्यूटर और उसके खुलासे के मामले में पुलिस अधिकारियों के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी इस मामले में सूक्ष्म जांच कराई तो कंप्यूटर चोरी की साजिश में कई और चेहरे बेनकाब होंगे रहस्य ही रह गया सीएमओ कार्यालय में लगी आग की घटना कौशाम्बी बीते कुछ वर्षों पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष में अचानक आग लग गई थी जिस दिन आग लगी उस दिन संडे का दिन था और मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय खुला था और जितनी महत्वपूर्ण फाइलें थी वह सभी फाइल मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कक्ष में उस समय जलकर राख हो गई। एनआरएचएम घोटाले की जांच सीबीआई कर रही थी और इस मामले में कौशांबी स्वास्थ्य विभाग में भी करोड़ों घोटाले का आरोप था आग लगने की घटना के बाद घोटाले की फाइलें भी जलकर खाक हो गई और इस मामले का मुकदमा दर्ज होने के बाद आज तक अग्निकांड की घटना के किसी नतीजे तक पुलिस नहीं पहुंची है इस घटना में भी बड़ी साजिश की बू आ रही थी।

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