संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र की कथा का किया वर्णन
संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र की कथा का किया वर्णन
आचार्य कथा व्यास क्रान्तिकारी स्वामी बाल भरत जी अयोध्या के मुखारविंद से अमृतमयी वाणी से कथा की वर्षा हो रही
कथा का श्रवण पान करते हुए श्रोता गण भक्तगण और विद्वान गण भाव बिभोर और आनंदित हो गई हो गए।
कथा का श्रवण पान करने आये हुए श्रोता गण को स्वामी बाल भरत जी के कर कमलों द्वारा अंग वस्त्र देकर किया गया सम्मानित
जिला संवाददाता दलबहादुर पांडेय अयोध्या
अयोध्या जनपद के इछोई पूरे रजऊ मिश्र में शिव कुमार मिश्र मौजी मिश्र के निजी निवास पर अयोध्या के आचार्य कथा व्यास क्रन्तिकारी स्वामी बाल भरत जी महराजराम श्री अयोध्या धाम के मधुर वाणी से सात दिवसीय* *संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। कथा के सातवें दिन कंस वध सुदामा मिलन तथा रुक्मिणी विवाह की कथा का रसपान महाराज कथा व्यास जी द्वारा कराया गया। मुख्य यजमान शिव कुमार मिश्र पूरे रजऊ मिश्र में चल रही कथा में कथा व्यास क्रन्तिकारी स्वामी बाल भरत जी महाराज ने कहा कि जीवन में जब भी भगवत नाम सुनने का अवसर प्राप्त हो, उससे विमुख कभी नहीं होना चाहिए। दो शब्द भगवान नाम संकीर्तन के पड़ जाने से बहुत बड़ा कल्याण हो जाता है भागवत महापुराण के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए बताया कि जब जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब तब* *परमात्मा अवतार धारण करके धरती पर धर्म की स्थापना करते हैं। विभिन्न प्रसंगों पर सुनाई कथा : । उन्होंने कहा कि द्वापर में जब कंस के अत्याचार बढ़े तो श्रीकृष्ण ने अवतार लेकर मुक्ति दिलाई। कथा स्थल पर उपस्थित श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखने को मिला श्रद्धालु खुशियों से झूमते नजर आए श्रद्धालुओं के सुंदर भजनों से पांडाल गूंज उठा कथा स्थल पर बंशीधर द्विवेदी ने कथा व्यास क्रन्तिकारी स्वामी बाल भरत जी महाराज की प्रशंसा करते हुए कहा अयोध्या के आचार्य कथा व्यास जी की मधुर वाणी प्रभु की पावन अमृत कथा सुनने को मिल रही है यह हमारे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है। इस अवसर पर क्षेत्र के सभी श्रद्धालु भक्तजन व श्रोत्रा गण कथा प्रेमी जन व क्षेत्र के सम्मानित विद्वान गण और समाज लोग उपस्थित रहे
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