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यदि कैकेई ना होती तो राम भगवान ना होते- उमदास जी-

 यदि कैकेई ना होती तो राम भगवान ना होते- उमदास जी



तेजीबाज़ार- (जौनपुर)-


स्थानीय पुरानी बाजार में दीपचंद्र ऊमर वैश्य द्वारा नौ दिवसीय संगीतमयी श्रीरामकथा के आयोजन में आज तीसरे दिन की कथा में उमादास महराज जी व स्वाति शुक्ला ने श्रोताओं को माता कैकेई के बारे में कथा सुनाया। जिसमें महराज जी ने बताया किमाता कैकई यदि न होती और उनका त्याग ना होता तो राम भगवान नही होते, कैकेई का सबसे बड़ा योगदान था धर्म को बचाने के लिए। इस कथा का रसपान करने     हनुमान भक्त पं0मुकेश मिश्रा, रमेश, ज्ञानचंद्र ऊमर, विनोद सेठ, सच्चिदानंद मिश्रा, धर्मेंद्र सिंह राज ग्रुप, पं0जय प्रकाश मिश्रा, संदीप गुप्ता पत्रकार,नागेंद्र सिंह नेता, शशिकर, मुन्नू ऊमर, पं0सुरेन्द्र प्रसाद मिश्रा,  सहित सैकड़ों की संख्या में महिलाएं, पुरुष, युवक युवतियां, बच्चे आदि उपस्थित रहे।।कथा के अंत में बड़े ही विधिवत आरती-पूजन किया गया,जयकारें लगाये गये, और वही अयोजकर्ता द्वारा प्रसाद का वितरण कराया गया।

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