लखनऊ डॉ. राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर दी विधानसभा उपचुनाव मेसीएम योगी से मिले डॉ. राजेश्वर सिंह, सौंपे व्यापक जनहित से संबंधित सात महत्वपूर्ण पत्र
लखनऊ डॉ. राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर दी विधानसभा उपचुनाव मेसीएम योगी से मिले डॉ. राजेश्वर सिंह, सौंपे व्यापक जनहित से संबंधित सात महत्वपूर्ण पत्र
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 उत्तर प्रदेश
रिपोर्टर प्रवीण सैनी लखनऊ
एआई कमीशन उत्तर प्रदेश को तकनीकी नवाचारों में अग्रणी बनाएगा - डॉ. राजेश्वर सिंह
लखनऊ सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शनिवार को सीएम योगी से मिलकर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत की बधाई दी। इस दौरान डॉ. सिंह ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों से भी अवगत कराया।
विधायक ने मुख्यमंत्री से मुलाकत के दौरान व्यापक जनहित से सम्बंधित सात महत्वपूर्ण पत्र भी सौंपे
राज्य पर्यावरण संरक्षण आयोग के गठन का प्रस्ताव
अपने प्रस्ताव में राजेश्वर सिंह ने लखनऊ में बढ़ते प्रदूषण स्तर को रेखांकित किया, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स ए क्यू आई ने कई बार 250 अनहेल्दी और 300 हजारदौस के खतरनाक स्तर को पार किया है, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, जो जल प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम, 1974 के तहत काम कर रहे हैं, केवल जल प्रदूषण और अपशिष्टों पर ही केंद्रित हैं, जबकि पर्यावरणीय समस्याएँ जल से परे हैं और व्यापक दृष्टिकोण की आवश्यकता है
राजेश्वर सिंह ने प्रस्तावित राज्य पर्यावरण संरक्षण आयोग के उद्देश्यों की सूची प्रस्तुत की है, जिसमें प्रमुख हैं मौजूदा पर्यावरण नीतियों की निगरानी और मूल्यांकन करना, ताकि उनका प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
वर्तमान नीतियों और कानूनों में सुधार के लिए सुझाव देना।
प्रदूषण नियंत्रण, कचरा प्रबंधन और सतत विकास के लिए नए और अभिनव उपायों का प्रस्ताव करना।
पर्यावरणीय मानकों के पालन की निगरानी करना और उल्लंघन की स्थिति में कड़ी कार्रवाई करना।
विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय करना, जिसमें स्थानीय सरकारें, व्यावसायिक संस्थाएँ, एन जी ओ एसऔर नागरिक शामिल हों जन जागरूकता अभियान चलाना ताकि पर्यावरण संरक्षण के महत्व को बढ़ावा दिया जा सके
विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का प्रस्ताव
राजधानी लखनऊ का सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र एस सी आर का भी हिस्सा है, क्षेत्र के गौरी, नीलमथा, हरिहरपुर, बादलीखेड़ा, और पंडित खेड़ा जैसे स्थानों पर इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और इंटरनल कनेक्टिविटी मजबूत किये जाने की आवश्यकता है। सीएम को दिए गए अपने प्रस्ताव में डॉ. राजेश्वर सिंह ने सड़क निर्माण -
. हरिहरपुर से मेदांता अस्पताल तक सड़क चौड़ीकरण
. नीलमथा से नगराम रोड वैकल्पिक मार्ग के निर्माण
. डिप्टीगंज रेलवे फाटक पर फ्लाई ओवर के निर्माण
. गौरी, बादलीखेड़ा और पंडित खेडा में संपर्क मार्ग निर्माण
इन मार्गों के निर्माण के करीब 2.5 लाख आबादी को लाभ होगा। जल निकासी की व्यवस्था गौरी, हाइडिल नहर से बिजनौर रोड तक नाले का निर्माण सात सौ मीटर
नीलमथा, हरिहरपुर तिराहे से मुख्य ड्रेनेज तक नाले का निर्माण पांच सौ मीटर
. हबीबपुर शिव मंदिर वाले तालाब से पाच सौ मी. गहरे नाले नाले का निर्माण
. हसियामऊ से हरिहरपुर होते हुए मालक फाटक तक सीवर लाइन तथा सड़क निर्माण तालाबों का जीर्णोद्धार एवं जल संचयन
. हर घर नल योजना के तहत जलापूर्ति
भूमि संसाधन प्रबंधन एवं डिजिटलीकरण के प्रस्ताव सीएम को सौंपे।
आपका विधायक - आपके द्वार' के सौवें आयोजन में आमंत्रण
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा जनता को समस्याओं का सहज समाधान उपलब्ध कराने के लिए विगत 95 सप्ताहों से आपका विधायक आपके द्वार जन सुनवाई शिविर संचालित है। डॉ. सिंह ने सीएम योगी को सौवें आयोजन में उपस्थित रहने का आमंत्रण दिया। सीएम को दिए पत्र में विधायक ने लिखा आपके मार्गदर्शन से मुझे और सरोजनी नगर को नयी ऊर्जा प्राप्त होगी
आपका विधायक - आपके द्वार जन सुनवाई शिविर की विशेषताएं
विगत 95 सप्ताह से सतत आयोजित
चालीस हजार से अधिक ग्रामीणों से सीधा संवाद
. आठ हजार से अधिक प्रार्थना पत्र प्राप्त किये गये
दो हजार से अधिक जन समस्यों का त्वरित समाधान किया गया
चार सौसे अधिक मेधावियों को साइकिल प्रदान कर सम्मानित किया गया
रहती है भाजपा पदाधिकारियों की उपस्थित
एआई कमीशन का प्रस्ताव:
सरोजनीनगर विधायक राजेश्वर सिंह ने बढती साइबर क्राइम और हाउस अरेस्ट जैसे घटनाओं पर प्रभावी अत्यंत आवश्यक है, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आयोग के गठन हेतु मुख्यमंत्री जी को पूर्व में दिए गये प्रस्ताव के सम्बन्ध में अनुस्मारक पत्र भी प्रदान किया
विधायक ने उत्तर प्रदेश में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) कमीशन के गठन का प्रस्ताव रखा है। इस कमीशन का उद्देश्य राज्य सरकार की कार्यप्रणाली और विकास में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की पूरी क्षमता का उपयोग करना है।एआई का रणनीतिक महत्व
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) अब शासन, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में प्रभाव डाल रही है। प्रस्तावित एआई कमीशन इन क्षेत्रों में एआई प्रौद्योगिकियों के प्रभावी उपयोग के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगा
विशेषज्ञ टीम का गठन:
इस कमीशन में एआई वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और तकनीकी विशेषज्ञों की टीम होगी, जो विभिन्न सरकारी विभागों में अत्याधुनिक एआई समाधानों के एकीकरण को सुनिश्चित करेंगे।
कमीशन के मुख्य कार्य:
यह कमीशन निम्नलिखित प्रमुख कार्यों पर ध्यान केंद्रित करेगा एआई शोध और विकास करना सरकारी सेवाओं और संचालन में एआई प्रौद्योगिकियों का कार्यान्वयन
नई एआई नवाचारों का मूल्यांकन और उनके राज्य सरकार के लिए प्रासंगिकता का आकलन
उत्तर प्रदेश की तकनीकी नेतृत्व को बढ़ावा
एआई कमीशन का गठन उत्तर प्रदेश को तकनीकी नवाचारों में अग्रणी राज्य के रूप में मजबूत करेगा
कोविड -19 के दौरान अनेक युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर सकें, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अनेक युवाओं के प्रार्थना पत्र पर डॉ राजेश्वर सिंह ने मुख्यमंत्री से आरओ एआरओ और पीसीएस परीक्षाओं में दो अतिरिक्त अवसर दिलाए जाने हेतु अनुरोध किय विशिष्ट बी टी सी शिक्षक वेलफेयर एसोशिएशन पदाधिकारियों के अनुरोध पर विशिष्ट बी टी सी2004 चयन प्रक्रिया द्वारा नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ दिलाये जाने की मांग का पत्र मुख्यमंत्री को अग्रेसित किया साथ ही उप्र पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों द्वारा हस्तांतरित पत्र के आधार पर ग्रामीण सफाई कर्मियों को अन्य संवर्गों की भांति प्रोन्नति प्रदान किये जाने की मांग पर विचार करने का अनुरोध भी किया
उपरोक्त जानकारियाँ सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स पर पोस्ट कर साझा की हैं।
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