डीएम नें नगर सरस्वती विद्या मंदिर के प्रवंधक सँग प्रधानाचार्य को सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया
डीएम नें नगर सरस्वती विद्या मंदिर के प्रवंधक सँग प्रधानाचार्य को सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया
पलिया कलां (खीरी )राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर श्री तेज महेन्द्रा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के व्यवस्थापक राम बचन तिवारी को उत्कृष्ट विद्यालय प्रबंधन सँग नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी विजय महेन्द्रा को उत्कृष्टसमाजसेवी ह एवं विद्यालयके प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह को उत्कृष्ट शैक्षिक एवं प्रशासनिक सेवाओं के कार्य के लिए खीरी की डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल एवं डीआई. ओएस डॉ महेंद्र प्रताप सिंह के द्वारा सम्मानित किया गया l इस हर्षोल्लाह भरे अवसर पर विद्यालय के सभी आचार्य बंधु, आचार्या बहिने एवं सभी प्रबंध समिति के सदस्यों ने अत्यधिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इन पर माता रानी, महावीर स्वामी, एवं नारायण जी की कृपा सदैव बनी रहे l
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के शुभावसर पर विद्यालय के यह यशस्वी प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह, पलिया नगर के प्रतिष्ठित व्यापारी विजय महेंद्र एवं प्रबंधक रामबचन तिवारी ने कलेक्ट्रेड सभागार लखीमपुर खीरी में शपथ लेते हुए कहा कि "हम भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए या शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परंपराओं की मर्यादाओ को बनाए रखेंगे तथा स्वतंत्र निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को बनाये रखते हुए निर्भीक होकर सभी धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे" इसके साथ ही विद्यालय के प्रधानाचार्य राम प्रताप सिंह ने जनमानस को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य भारत में चुनावों में नागरिकों की भागीदारी को बढ़ाना और लोकतंत्र को मजबूत करना है। उन्होंने बताया कि इस दिन को भारत निर्वाचन आयोग ने 2011 में शुरू किया था। यह दिवस नए मतदाताओं को मतदान के अधिकार और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। इसके जरिए लोगों में चुनावी प्रक्रिया के प्रति जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया जाता है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस की शुरुआत 25 जनवरी 2011 को हुई थी। भारत सरकार ने इसे चुनाव आयोग के गठन की 61वीं वर्षगांठ के मौके पर मनाने का निर्णय लिया था। इसकी घोषणा तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मन्त्री अम्बिका सोनी ने की। इस दिन का उद्देश्य अट्ठारह वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके सभी भारतीय नागरिक सहीत एवं राष्ट्र हितैषी सरकार चुनने के लिए अपने मत का प्रयोग करें। इस पुनीत राष्ट्रीय महायज्ञ में अधिक से अधिक नागरिकों को चुनाव प्रक्रिया के प्रति जागरूक करना व मतदान के लिए प्रेरित करना है। तब से हर साल इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
कार्यक्रम का समापन शांति मंत्र के साथ किया गया l
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