कृषक गोष्ठी में बसंत कालीन बुवाई की जानकारी देकर लागत कम करने के उपाय बताये
कृषक गोष्ठी में बसंत कालीन बुवाई की जानकारी देकर लागत कम करने के उपाय बताये
@डीपी मिश्रा
पलिया कलां (खीरी )चीनी मिल पलिया द्वारा बसंतकालीन गन्ना बुवाई, कृषि लागत को कम करते हुए गन्ना उपज में वृद्धि कर कृषकों की आमदनी को दोगुना करने के उद्देश्य से वृहद कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमे कृषि लागत कम करने के उपाय बताये गए
जानकारी के अनुसार बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड चीनी मिल पलिया द्वारा ग्राम बल्लीपुर खुर्द में एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मिथिलेश पांडेय ने की।
जिला गन्ना अधिकारी के निर्देश पर बसंतकालीन गन्ना बुवाई और कम लागत में उन्नत गन्ना खेती के संबंध में कृषकों को जागरूक करने हेतु एक वृहद कृषक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में उत्तर प्रदेश गन्ना शोध परिषद शाहजहाँपुर के सहायक निदेशक डॉ. परवीन कुमार कपिल, सस्य विशेषज्ञ डॉ. आर.डी. तिवारी, चीनी मिल पलिया के महाप्रबंधक (गन्ना) राजीव तोमर, प्रबंधक प्रवीन खोखर सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थिति रहे।
जेष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मिथिलेश पांडेय ने किसानों से गन्ना किस्मों (को० 15023, को.शा. 13235, को. लख. 14201) के चयन पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी और गन्ने की बुवाई में 4 फीट की लाइन से लाइन दूरी बनाए रखने की आवश्यकता जताई। इसके साथ ही गन्ना खेती के साथ सहफसली खेती के लाभ, पेडी प्रबंधन आदि विषयों पर भी कृषकों को जागरूक किया ।
गन्ना शोध परिषद शाहजहाँपुर के डॉ. परवीन कुमार कपिल ने गन्ने की फसल पर लगने वाले कीटों और रोगों पर चर्चा करते हुए इनकी पहचान और बचाव के उपायों पर जानकारी दी। उन्होंने गन्ने की स्वीकृत किस्मों के उपयोग, बीजों का उपचार (थायोफिनिट मिथाइल द्वारा) और भूमि उपचार (ट्राइकोडर्मा द्वारा) की विधियों पर भी प्रकाश डाला। इसके अलावा, सिंगल बड तकनीक, फसल प्रबंधन, और कार्बनिक व रासायनिक उर्वरकों के संतुलित उपयोग के महत्व पर भी चर्चा की गई।
गन्ना शोध परिषद शाहजहाँपुर के डॉ. आर.डी. तिवारी ने बसंतकालीन गन्ना बुवाई, भूमि और बीज शोधन, तथा उर्वरकों के संतुलित प्रयोग के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कृषकों से सही गन्ना प्रजाति का चयन करने, 4 फीट की लाइन से लाइन दूरी बनाए रखने और मृदा परीक्षण के आधार पर उर्वरकों का प्रयोग करने की अपील की।
चीनी मिल पलिया के महाप्रबंधक (गन्ना) राजीव तोमर ने कृषकों को सलाह दी कि वे किसी भी दशा में प्रतिबंधित प्रजातियों या अस्वीकृत प्रजातियों की बुवाई न करें। उन्होंने बुवाई से पूर्व बीजों के फंफूदीनाशक और कीटनाशक से उपचार की जानकारी दी।
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक मिथिलेश पांडेय ने गन्ना विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी और कृषकों को इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
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