अंततः "छावा" के निर्माताओं के सीने को मिल ही गई ठंडक…
अंततः "छावा" के निर्माताओं के सीने को मिल ही गई ठंडक…
"छावा" फिल्म देखने के बाद हुनूद द्वारा
"औरंगज़ेब आलमगीर", इस्लाम व मुसलमानों
के विरुद्ध अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया…
JCB लेकर उग्र प्रदर्शन किया गया…
और फिर दो गुट आपस में भीड़ गए…
हिंसक झड़प व पत्थरबाजी की घटना हुई…
इस घटना में कुछ आम लोगों के साथ-साथ
पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की ख़बर है.
घटनास्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.
नागपुर के डीसीपी अर्चित चंदक ने कहा,
"ये घटना कुछ गलत जानकारियों की वजह से हुई.
अब स्थिति नियंत्रण में है.
मैं सभी से अपील करता हूं
कि वो घरों से बाहर न निकलें,
काफी पत्थरबाज़ी भी हुई
और हमने आंसू गोल के गोले दागे.
कुछ गाड़ियों को आग के हवाले भी कर दिया गया
और हमने फ़ायर ब्रिगेड को बुलाकर उसे बुझा लिया,
कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.
पत्थरबाजी की घटना के दौरान
मेरे पैर में चोटें आईं.
हम सभी से शांति की अपील करते हैं.
अफवाहों पर ध्यान न दें..."
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शांति की अपील करते हुए कहा,
"कुछ अफवाहों की वजह से
नागपुर में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई है.
शहर का इतिहास ऐसे मामलों में
शांति बनाए रखने के लिए जाना जाता रहा है,
लोग घर से बाहर न निकलें। मण्डल कॉर्डिनेटर राजकुमार सिंह श्री न्यूज़ 24/अदिति न्यूज़
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