रायबरेली मिर्जापुर नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं केन्द्रीय सड़क मन्त्री नितिन गडकरी का आभार जताया नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र
रायबरेली मिर्जापुर नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं केन्द्रीय सड़क मन्त्री नितिन गडकरी का आभार जताया नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल रायबरेली
पत्रकार संजय मिश्रा शिवगढ़ रायबरेली
विन्ध्याचल नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्रा के विशेष प्रयास से जनपद में शीघ्र ही बाईपास के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी बाईपास के साथ-साथ चिल्ह के पास गंगा नदी पर छह लेन के उच्च क्षमता वाले पुल का निर्माण भी किया जाएगा। लगभग सत्रह करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली इस परियोजना के पूरा होने से जनपदवासियों के साथ-साथ अन्य राज्यों से आने वाले कारोबारियों व दर्शनार्थियों को काफी राहत मिलेगी बाईपास के निर्माण संरेखण की स्वीकृति दे दी है संबंधित अधिकारियों को इस मेगा परियोजना को वित्तीय वर्ष तेईस चौबीस के वार्षिक योजना में स्वीकृति हेतु निर्देशित कर दिया है इस परियोजना की स्वीकृति पर नगर विधायक ने केन्द्रीय रक्षा मंत्री एवं केन्द्रीय सड़क मन्त्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार जताया है नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने बाईपास के निर्माण संरेखण की अनुशंसा हेतु केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सात अक्टूबर को पत्र लिखकर अनुरोध किया गया था नगर विधायक ने पत्र में उल्लेख किया था कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों एवं डीपीआर कंसल्टेंट द्वारा मीरजापुर बाईपास में संरेखण निर्धारण हेतु सहमति बनी है जिसमें लगभग पंद्रह किमी बाएं हाथ की ओर जो पुरातन स्थान काली खोह मंदिर अष्टभुजी माता मंदिर के समीप से होकर जाता है नगर विधायक ने इस पत्र के माध्यम से बाईपास के निर्माण संरेखण की अनुशंषा हेतु अनुरोध किया था। गंगा नदी पर छह लेन के पुल के निर्माण से जनपदवासियों के साथ-साथ दर्शनार्थियों व कारोबारियों को मिलेगी राहत नगर विधायक केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखकर गंगा नदी पर विंध्य धाम के आसपास एक नए छह लेन के उच्च क्षमता वाले पुल के साथ-साथ के बाईपास मार्ग के निर्माण हेतु पत्र भेजकर अनुरोध किया था नगर विधायक ने रक्षा मंत्री को पत्र के माध्यम से कहा था कि जिले में गंगा नदी पर दुद्धी-लुम्बनी मार्ग पर लगभग पांच दशक पहले बने दो लेन के सामान्य क्षमता के पुल के विगत एक दशक से बार-बार खराब हो जाने के कारण भारी यातायात के सैकड़ों किमी अनावश्यक दूरी घूमकर आने-जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही है यह पुल मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ व झारखंड प्रदेश एवं तमिलनाडु कर्नाटक महाराष्ट्र मध्यप्रदेश वाराणसी-कन्याकुमारी राष्ट्रीय राजमार्ग सात का प्रयोग कर आने वाले भारी यातायात को राजधानी लखनऊ और पूर्वांचल तथा दिल्ली-कोलकत्ता राष्ट्रीय राजमार्ग दो के माध्यम से अपने-अपने गंतव्य मार्ग को आने-जाने हेतु लाइफ लाइन सड़क पर स्थित एवं एकमात्र पुल है जो विगत एक दशक से क्षतिग्रस्त है
जिसके कारण जिला प्रशासन को किसी बड़े हादसे से बचाने हेतु पुल पर भारी यातायात के आवागमन को बार-बार रोककर मरम्मत कराना पड़ता है जिसके कारण हैरान परेशान जनमानस का जहां सरकार को कोप भाजन होना पड़ रहा है वहीं जिला प्रशासन को भी बार-बार स्थिति को नियंत्रित करने में परेशानी हो रही है नगर विधायक पंडित रत्नाकर मिश्र ने कहा कि इस पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण अन्य राज्यों से आने वाले तथा राजधानी लखनऊ सहित मध्य उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल की ओर जाने वाले निर्माण सामग्री से भरे हुए हजारों ट्रकों को प्रतिदिन सैकड़ों किमी घूमकर जाना पड़ता है जिससे ईंधन खर्च के रूप में अनावश्यक हानि होती है साथ ही वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर के सौंदर्यीकरण विस्तार एवं मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी कॉरिडोर के निर्माण शुरू होने से जनपद में दर्शनार्थियों की संख्या बढ़ गई है लेकिन क्षतिग्रस्त एवं आवागमन के एकमात्र साधन उपरोक्त संदर्भित पुल पर संपूर्ण देश से आने वाले दर्शनार्थियों का अलग से अतिरिक्त भार बढ़ गया है निर्माण होने से स्थानीय एवं मां के भक्तों को काफी सहुलियत मिलेगा
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