मान्यता प्राइमरी की चला रहे इंटर तक की कक्षाएं......!!
मान्यता प्राइमरी की चला रहे इंटर तक की कक्षाएं......!!
अभियान शुरू होने से पहले आई सर्वे रिपोर्ट में खुलासा, जिले में बड़े पैमाने पर चल रहा गोरखधंधा
जिले के 11 ब्लॉकों में 800 से अधिक ऐसे छदम स्कूल-कॉलेज किए गए चिह्नित
अदिति न्यूज /श्री न्यूज 24 अयोध्या
ब्यूरो चीफ अयोध्या।
दलबहादुर पांडे
======= जिले में गैर मान्यता प्राप्त स्कूल-कॉलेजों की जांच का अभियान अगस्त में शुरु होना है लेकिन उससे पहले गोपनीय ढंग से कराए गए सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है। जिले के सभी 11 में 800 से अधिक ऐसे स्कूल- कॉलेज चल रहे हैं जिन्होंने मान्यता तो प्राइमरी तक ले रखी है लेकिन कक्षाएं हाईस्कूल और इंटर तक की संचालित कर रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ तो ऐसे कॉलेज हैं जो कोचिंग सेंटर की जगह बाकायदा स्कूल संचालन कर रहे हैं। इस रिपोर्ट को लेकर माध्यमिक शिक्षा विभाग में खलबली मची हुई है। हालांकि रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं की गई है। विभाग अभियान के दौरान कार्रवाई की बात कह रहा हैं।
शासन के निर्देश पर गैर मान्यता प्राप्त कोचिंग संस्थानों, स्कूल कॉलेजों के विरुद्ध अगस्त से अभियान शुरू होना है। इसे लेकर टास्क फोर्स के गठन के बाद खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा एक सर्वे कराया गया। जिसमें प्रथम चरण की रिपोर्ट को लेकर ही खलबली मची हुई है। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के अनुसार इनमें कई ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने छदम परीक्षार्थियों के नाम से रजिस्ट्रेशन करा रखा। ऐसे छात्रों की जगह संशोधन के बाद मूल को रख लिया जाता है।
जिला विद्यालय कार्यालय के निरीक्षक प्रदीप कुमार की माने तो परीक्षा छोड़ने के दौरान इसका मामला सामने आता है। गत वर्ष बोर्ड परीक्षा में छह हजार से अधिक परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी। जिनमें छदम नाम वाले परीक्षार्थियों की संख्या अधिक थी। खंड शिक्षा है उनमें नाम स्थान और संचालक का पूरा ब्योरा भी दिया गया है। रिपोर्ट के अनुसार सर्वाधिक फर्जी स्कूल-कॉलेज पूराबाजार और रूदौली में पाए गए हैं। रुदौली में 167 तो पूराबाजार में 150 स्कूल कालेज प्राइमरी की मान्यता पर इंटर हाईस्कूल तक चलाए जा रहे हैं। वहीं बीकापुर में 120, मिल्कीपुर में 80, सोहावल में 52 और खंडासा में 22, हैरिंग्टनगंज में 54, मवई में 67, मया में 80 समेत कुल 800 को चिह्नित किया गया है। बड़ा सवाल यह भी है कि कई वर्षों से संचालित इन छदम स्कूल-कॉलेजों को लेकर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
सर्वे कराया गया है। पत्रावली तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी। उसके बाद आगे की कार्रवाई तय होगी। सर्वे में कई ऐसे स्कूल- कॉलेज मिले हैं जो प्राइमरी की मान्यता पर हाईस्कूल और इंटर तक की कक्षाएं चजा रहे हैं।
डॉ. राजेश कुमार आर्य, डीआईओएस
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