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शहीदी पर्व का शुभारंभ - 30 वर्ष बाद बैडमिंटन कोर्ट का फिर किया गया शुभारंभ !

 🇮🇳 शहीदी पर्व का शुभारंभ - 30 वर्ष बाद बैडमिंटन कोर्ट का फिर किया गया शुभारंभ !



@डीपी मिश्रा 

पलिया कलां (खीरी )नगर में शारदा होटल के निकट बैडमिंटन कोर्ट में शहीदी का शुभारंभ उपस्थित भाइयों बहनों ने दीप प्रज्वलित कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई 

 कार्यक्रम संचालन करते हुए दर्शन सिंह हिन्दुस्तानी ने बताया कि 9 अगस्त 1925 को काकोरी ट्रेन एक्शन में सशस्त्र क्रांति का का शुभारंभ करते हुए पण्डित रामप्रसाद बिस्मिल के नेतृत्व में 10 नवयुवकों ने सहारनपुर से लखनऊ जाने वाली 7 अप ट्रेन में सभी स्टेशनों से टिकटों की विक्री से एकत्र धनराशि को काकोरी स्टेशन के पास ट्रेन रोक कर  लूट लिया ।

क्योंकि क्रांतिकारियों को इटली से मंगवाये गये 50 माउजर पिस्टल का भुगतान करने के लिए क्रांतिकारियों को धन चाहिए था।

इस एक्शन की गूंज लंदन तक पहुंची।

 जिसने ब्रिटिश सरकार को हिला दिया ।

अंग्रेजी सरकार इस एक्शन के  खिलाफ बड़ी कठोर कार्रवाई करते लगभग 40 युवकों को गिरफ्तार कर कड़ी यातनाएं देते हुए 19 दिसम्बर 1927 को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खान , ठाकुर रोशन सिंह एवं राजेन्द्र लाहिड़ी को फांसी की सजा दे दी।

चंद्रशेखर आजाद को पुलिस पकड़ नहीं पाई।

 गुरु गोविंद सिंह के चारों साहिबजादों ने अपने देश, धर्म के लिए साहस पूर्ण बलिदान दे दिया।

15 से 17 वर्ष की आयु में वीर अजीत सिंह एवं जुझार सिंह ने आनन्दपुर साहब में बारी बारी से मुगलों की विशाल सेना से संघर्ष करते हुए वीरता से वीरगति को प्राप्त हुए ।

9 से 11 वर्ष की आयु में वीर फतेह सिंह एवं ज़ोरावर सिंह ने सरहिंद के नवाब के आदेश कि " मुस्लिम बन जाओ " को अस्वीकार करते हुए जिंदा दीवार में चुनवाए जाने की सजा को हंसते हंसते स्वीकार कर लिया।

गुरु गोविंद सिंह जी के पिताश्री गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान से प्रारम्भ इस श्रृंखला में पूरे परिवार ने आहुति दे कर हिन्दू धर्म की रक्षा की ।

इस बलिदान को अब वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

13 अप्रैल 1819 जलियांवाला बाग अमृतसर में शांति पूर्ण सभा कर रहे  हिंदुस्तानियों को जनरल डायर के आदेश पर बाग के सभी दरवाजों को घेरकर अंधाधुंध गोलियां बरसाते हुए नरसंहार किए जाने के अत्याचार को देखकर बालक उधम सिंह के मन में तीव्र ज्वाला उत्पन्न हुई ।

उन्होंने 21 वर्षों तक तप जैसी  प्रतीक्षा करते हुए लंदन में जाकर जनरल ओ डायर को गोलियों से भून कर जलियांवाले बाग हत्याकांड का बदला लिया। 26 दिसम्बर को शहीद ऊधम सिंह जयंती पर इस क्रांति नायक को शहीदी पर्व में श्रंद्धाजलि अर्पित करते हैं। 

 कार्यक्रम में वरिष्ठ बैडमिंटन खिलाड़ी मेहर चंद अरोरा ने क्रांतिकारियों को नमन करते हुए युवकों को देश के प्रति समर्पण करते हुए अनुशासन पालन का संदेश दिया।

पलियाड समिति अध्यक्ष अनूप गुप्ता ने अमर शहीदों से प्रेरणा लेते हुए - देश के प्रति अपने उत्तरदायित्व का पालन करने का आवाह्न किया।

राजेश गुप्ता ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए  राष्ट्रीय आयोजनों के लिए तन-मन-धन से सहयोग की घोषणा की ।

 कार्यक्रम में रोटरी क्लब अध्यक्ष एडवोकेट गगन मिश्रा , वरिष्ठ समाज एवं साहित्य प्रेमी कृषक जरनैल सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम आनन्द, वरिष्ठ चिकित्सक , रमेश वर्मा , धर्मेंद्र अरोरा , हर्षिता अरोरा, पुष्पा देवी, सुनीता वर्मा , पूजा, विनीता श्रीवास्तव, मोनिका श्रीवास्तव, सरिता श्रीवास्तव एवं प्रथम अरोरा ने भी अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की ।

कार्यक्रम में अमर शहीदों की स्मृति में स्टीकर वितरित किए गए।

 30 वर्षों से बंद चल रहे बैडमिंटन कोर्ट को भी पलियाड समिति के प्रयास से आरम्भ किया गया।

जहां 23 जनवरी 2025 से बैडमिंटन चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा।

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