Click now

https://bulletprofitsmartlink.com/smart-link/41102/4

नीति आयोग के निदेशक द्वारा अमेठी के आकांक्षात्मक विकासखंडों का व्यापक निरीक्षण।

नीति आयोग के निदेशक द्वारा अमेठी के आकांक्षात्मक विकासखंडों का व्यापक निरीक्षण।




पंचायत सचिवालय, विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं विकासखंड कार्यालयों की व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा



मुख्य विकास अधिकारी अमेठी के साथ विभागवार सूचकांकों की प्रगति एवं योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर बल







श्री न्यूज़ 24 से अयोध्या मंडल ब्यूरो प्रमुख शुकुल बाजार अमेठी से रामधनी शुक्ला






जिला       अमेठी। नीति आयोग, भारत सरकार के निदेशक     मोहम्मद जुबैर अली हाशिम,    आईएएस द्वारा आज जनपद अमेठी के आकांक्षात्मक विकासखंड     जगदीशपुर एवं जामों       का विस्तृत भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया। भ्रमण के दौरान मुख्य     विकास अधिकारी, सचिन कुमार सिंह भी उनके साथ उपस्थित रहे।


पंचायत सचिवालय कठौरा का निरीक्षण — उत्कृष्ट कार्यों की सराहना


ग्राम पंचायत कठौरा (विकासखंड—जगदीशपुर) में संचालित पंचायत सचिवालय का निरीक्षण करते हुए निदेशक महोदय ने कम्प्यूटर व्यवस्था, बैठक कक्ष, प्रधान कक्ष, रिकॉर्ड प्रबंधन एवं कार्य-संचालन व्यवस्था को “प्रथम दृष्टया उत्तम” बताते हुए पंचायत सचिव श्री सुभाष चंद्र पांडे के कार्यों की सराहना की।

पंचायत सचिवालय में कृषि विभाग के एफपीओ प्रतिनिधि, जिला उद्योग कार्यालय, शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम), स्वास्थ्य विभाग, जल निगम, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारी तथा आकांक्षात्मक ब्लॉक में उल्लेखनीय कार्य कर रहे स्वयं सहायता समूह व निजी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।


विभागवार योजनाओं पर गहन समीक्षा


निदेशक महोदय द्वारा विभागवार ऐसे बिंदुओं की समीक्षा की गई, जिन पर आकांक्षात्मक विकासखंडों में शीघ्र प्रगति आवश्यक है। प्रत्येक विभाग से गैप, चुनौतियों एवं समाधान को एक-एक करके विस्तार से सुना गया। साथ ही निम्न महत्वपूर्ण दिशानिर्देश दिए गए—


कृषि विभाग: मशरूम उत्पादन, आधुनिक तकनीक आधारित खेती, इंटर-क्रॉपिंग, ड्रिप सिंचाई, प्रशिक्षण मॉड्यूल की उपलब्धता।


उद्योग विभाग: एफपीओ मॉडल को मजबूत करना, स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहन, छोटे उत्पादकों के लिए विपणन सहायता।


शिक्षा विभाग: विद्यालयों में उपस्थिति, शिक्षण-सामग्री की उपलब्धता, स्वच्छता एवं बाल क्लब गतिविधियाँ।


एनआरएलएम: महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण, आजीविका इकाइयों की स्थापना, समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग।


स्वास्थ्य विभाग: टीकाकरण, मातृ एवं शिशु पोषण, एनटीपी व एनसीडी कार्यक्रमों की प्रगति।


जल निगम: नल-जल योजनाओं की प्रगति, जल गुणवत्ता परीक्षण, पाइपलाइन विस्तार व मरम्मत।


बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग: वीएचएनडी क्रियान्वयन, पोषण ट्रैकर अपडेट, आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियाँ।


निदेशक महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि प्रत्येक विभाग डिजिटल माध्यमों से कार्यों की मॉनिटरिंग बढ़ाए, नवीन तकनीक अपनाए तथा लाभार्थियों तक योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करे।


विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्र का निरीक्षण


कठौरा स्थित प्राथमिक विद्यालय, कंपोजिट विद्यालय तथा आंगनवाड़ी केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण कर शैक्षिक एवं पोषणीय गतिविधियों की समीक्षा की गई। विद्यालय परिसर की स्वच्छता, हरे-भरे प्रांगण, एवं बच्चों द्वारा बनाए गए उपयोगी शिक्षण मॉडलों की निदेशक महोदय ने प्रशंसा की।

आंगनवाड़ी केंद्र में संचालित गतिविधियाँ, अन्नप्राशन तथा अन्य पोषण सेवाओं का अवलोकन भी किया गया।


विकासखंड कार्यालय जगदीशपुर एवं जामों का निरीक्षण


जगदीशपुर विकासखंड कार्यालय के निरीक्षण में खंड विकास अधिकारी श्रीमती अंजलि सरोज अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ उपस्थित रहीं। निदेशक महोदय ने सभी पटलों, अभिलेख व्यवस्था तथा प्रांगण का परीक्षण किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।


इसके उपरांत आकांक्षात्मक विकासखंड जामों में भी खंड विकास अधिकारी श्री रतन सिंह के साथ कार्यालय का निरीक्षण किया गया। स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, जल निगम, पंचायती राज एवं बाल विकास विभाग के सूचकांकों की विस्तृत समीक्षा की गई।


स्वयं सहायता समूहों की प्रदर्शनी की सराहना


ग्राम पंचायत भवन जामों में संचालित “माँ लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह” द्वारा मोमबत्ती निर्माण से संबंधित लघु प्रदर्शनी प्रस्तुत की गई।

निदेशक महोदय एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समूह की प्रशंसा करते हुए उपयुक्त स्वयं-रोजगार को निर्देशित किया गया कि समूहों को उनके कौशल के अनुरूप प्रशिक्षण एवं विपणन सहायता शीघ्र उपलब्ध कराई जाए, ताकि वे बड़े स्तर पर उद्यमिता विकसित कर सकें।



निदेशक महोदय ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि


आकांक्षात्मक विकासखंडों में कमजोर सूचकांकों को युद्धस्तर पर सुधारा जाए।


शासन की किसी भी योजना से कोई भी पात्र लाभार्थी वंचित न रहे।


विभागीय योजनाओं का प्रभावी, पारदर्शी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।


नवाचार, तकनीक और फील्ड मॉनिटरिंग को प्राथमिकता दी जाए।

कोई टिप्पणी नहीं