बिहार अनुपस्थित रहने वाले तीन दशमलव बत्तीस लाख बच्चों का स्कूल से नाम कटा
लखनऊ बिहार अनुपस्थित रहने वाले तीन दशमलव बत्तीस लाख बच्चों का स्कूल से नाम कटा
अदिती न्यूज श्री न्यूज 24 पोर्टल यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली
संवाददाता प्रवीण सैनी लखनऊ
बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और बदहाली एवं धांधली को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए जा रहें हैं इसी क्रम में शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक सरकारी स्कूलों में बच्चों के गलत तरीके से हुए नामांकन को लेकर एक्शन में हैं इन दिनों बिहार के सरकारी विद्यालयों में अनुपस्थित रहने वाले विद्यार्थियों के नामांकन रद्द करने की कार्रवाई जारी है स्कूल से गायब रहने वाले 3.32 लाख बच्चों के नाम काट दिए गए हैं दरअसल शिक्षा विभाग को शिकायत मिली थी कि कई बच्चे दो-दो विद्यालयों में नामांकन लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं ये बच्चे शहर के प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं लेकिन गांव के सरकारी विद्यालय में भी उनका नाम दर्ज है और इन बच्चों के नाम पर सरकार की करोड़ों की कल्याणकारी योजनाओं का दुरुपयोग हो रहा है.आपको बता दें कि बिहार शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए कई योजनाएं चलाई जाती हैं जिनमें पोशाक योजना, साइकिल योजना छात्रवृत्ति योजना और पठन सामग्री योजना शामिल हैं सरकार की तरफ से हर साल इन योजनाओं के तहत एक बच्चे को औसतन 3500 रुपये दिए जाते हैं. जब इस बात का खुलासा हुआ कि फर्जी तरीके स्कूल में बच्चों का नाम लिखा हुआ है और वो स्कूल नहीं आते तो शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने कड़ी कार्रवाई की और ऐसे बच्चों के नाम तुरंत काट देने का निर्देश दिया जो नोटिस भेजने के बाद भी लगातार पन्द्रह दिन तक स्कूल नहीं आए हों
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