पानी पीने को लेकर काफ़ी विरोधाभास होता
पानी पीने को लेकर काफ़ी विरोधाभास होता है।
कितना पियें, कब पियें, कैसे पियें, खाने से पहले पियें या खाने के बाद पियें।
आइये इस बार बात करें।
1) एक व्यक्ति को सामान्यतः 35 ml per body weight पानी की ज़रूरत होती है। अर्थात् अगर आपका वजन 60 kg है तो क़रीब 2100 ml पानी। ये लेकिन strict amount नहीं है। आपके दिनचर्या के हिसाब से ये थोड़ा कम या ज़्यादा हो सकता है।
जैसे की गर्मी के मौसम में ये आवश्यकता बढ़ जाती है।
लेकिन अगर आपको किडनी की कोई बीमारी है तो डॉ के सलाह के अनुसार ही पानी पियें।
प्यास लगे तो पानी पी लीजिये। प्यास लगने पर भी आलस से बैठे मत रहें।
2) लेट के पानी कभी ना पियें। खड़े हो कर या बैठ कर पानी पीने से कुछ फ़र्क़ नहीं पड़ता।
3) खाने के कुछ देर पहले भी पानी पीना चाहिये हैं और खाने के कुछ देर बाद भी। दोनों अच्छा है।
4) सवेरे हल्का गर्म पानी पीना सामान्यतः अच्छा माना जाता है।
5) पानी उबाल कर और फिर ठंडा कर पीना काफ़ी बेहतर और सुरक्षित तरीक़ा है।
6) प्लास्टिक के बॉटल में पानी पीने से कहा जाता है कि इससे कैंसर का ख़तरा है। लेकिन इस बात की कोई प्रामाणिकता नहीं है। आप जिस bottle से भी पानी पीते हैं उसे रोज़ साफ़ करना लेकिन काफ़ी ज़रूरी है।
7) आपके Urine का रंग आपके शरीर के hydration status बताने का काफ़ी अच्छा indicator है। इसका चार्ट नीचे दिया गया है।
8) Alkaline water, hydrogen water इत्यादि marketing के तरीक़े हैं जो सिर्फ़ आपके पैसे की बर्बादी है।
9)खड़े हो कर पानी पीने से हाइड्रोसिल नहीं होता ।मण्डल कोर्डिनेटर राजकुमार सिंह श्री न्यूज़ 24
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