मानवीय मूल्यों को उजागर,आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित व भाई बहन के स्नेह भरे रिश्तों की स्मृति दिलाने वाला परमात्मा का उपहार है
मानवीय मूल्यों को उजागर,आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित व भाई बहन के स्नेह भरे रिश्तों की स्मृति दिलाने वाला परमात्मा का उपहार है
हर्षोल्लास के साथ आज मनाया गया अटूट बंधन व स्नेह का पर्व रक्षाबंधन।
अदिति न्यूज /श्री न्यूज 24 अयोध्या
ब्यूरो चीफ अयोध्या दलबहादुर पांडे
अयोध्या: जिलेभर में भाई-बहन के अटूट बंधन व स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी तंदुरुस्ती व दीर्घायु की कामना की। भाइयों ने भी अपने बहनों की आजीवन रक्षा करने का संकल्प लिया।
आपको बता दें कि, सोमवार की सुबह होते ही लोगों की चहलकदमी शुरू हो गई। मिठाइयों और राखियों की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ जमा रही। बहनों ने अपने भाइयों का हल्दी, रोली, कुमकुम, चंदन के साथ तिलक किया व उनका मुंह मीठा करवाया। भाइयों ने भी अपनी बहन को उपहार देकर अपना फर्ज निभाया। दूर रहने वाली बहनों ने अपने भाइयों को आनलाइन और आफलाइन राखी भेजी। पूरा दिन इस त्योहार को लेकर बहनों में उत्साह देखने को मिला।
सरवन पुर मौजा अटेसर गांव की रहने वाली कान्ती पाण्डेय व कस्बा अमानीगंज की रहने वाली लवली श्रीवास्तव ने कहा कि, रक्षाबंधन पर्वों में एक अनोखा पर्व ही नहीं, बल्कि भारत की संस्कृति एवं मानवीय मूल्यों को उजागर करने वाला अनेक आध्यात्मिक रहस्यों को प्रकाशित करने वाला तथा भाई बहन के स्नेह भरे रिश्तों की स्मृति दिलाने वाला परमात्मा का उपहार हैं।
सरिता अवस्थी, श्रिंजिनी अवस्थी और प्रिया तिवारी ने रक्षाबंधन का महत्व बताते हुए कहा कि, वर्तमान समय में मानवता भय के साए में जी रही है। तन की, धन की, धर्म की, संबंधों की सुरक्षा का प्रश्न सभी के मन में मथ रहा है। ऐसे में परमपिता शिव की ओर से रक्षा कवच के रूप में प्रदान किया जाने वाला यह रक्षा सूत्र ईश्वरी वरदान ही हैं।
अनीता पाण्डेय (स्वाती) ने बताया कि, यह पर्व हम सभी को प्रेरणा देता है कि, हम अपने मन को ज्ञान, पवित्रता, शांति, प्रेम, खुशी, आनंद और शक्ति के सप्त रंगों से रंग ले। इन गुणों की खुशबू से प्रकृति सहित संपूर्ण विश्व को महका दे।
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